सभी ने मिलकर सचिन पर चाकू से हमला कर दिया। सचिन को मरणासन्न अवस्था में छोड़कर सभी बदमाश वहां से भाग गए। ट्रांसपोर्ट कार्यालय में काम करने वाले कर्मचारी सचिन को गंभीर हालत में एमवाय अस्पताल ले गए। यहां उसकी मौत हो गई। पुलिस ने मामले में हत्या का केस दर्ज किया है। वहीं एक आरोपी पंकज को हिरासत में ले लिया है।
पांच माह पहले शुरू किया था ट्रांसपोर्ट
सचिन के भाई जितेन्द्र ने बताया कि पांच माह पहले ही उन्होंने ट्रांसपोर्ट का काम शुरू किया था। उनके मुताबिक आरोपी भी परदेशी पुरा इलाके के रहने वाले हैं। आरोपियों से पहले भी सचिन और जितेंद्र का विवाद हुआ था। विवाद के बाद इन आरोपियों ने सचिन के बड़े भाई जितेन्द्र पर चाकू से हमला किया था। इस हमले में जितेंद्र के हाथ में 17 से ज्यादा टांके आए थे।
दोनो पक्षों पर हुई थी कार्रवाई
पुलिस अफसरों के मुताबिक करीब 15 दिन पहले उनके बीच आपसी विवाद हुआ था। जिसमें दोनों पक्षों पर कार्रवाई हुई थी। इसके बाद राहुल टूडा और पंकज ने सचिन को देख लेने की धमकी दी थी।
भाजपा नगर अध्यक्ष का खास समर्थक
जूनी इंदौर पुलिस ने इस मामले में पंकज को हिरासत में लिया है। बाकी हमलावरों को लेकर पूछताछ की जा रही है। पंकज बीजेपी के नगर अध्यक्ष गौरव रणदिवे का खास समर्थक बताया जा रहा है। पुलिस को उसके मोबाइल में नगर अध्यक्ष रणदिवे के साथ फोटो भी मिले हैं। फिलहाल पुलिस मामले में जांच कर रही है।