इन्दौर। दिसावरी तेजी के चलते आलौच्य सप्ताह के दौरान किराना जिंसों में जीरा बड़ाकर बोला गया। कालीमिर्च में नरमी रही। खाद्य तेलों में सुर्खी रही। तिलहनों में सामान्य कारोबार के चलते बाजार बने रहे। दलहनों में लेवाली ठंडी रहने से चना सुस्ती पर रहा। तुअर व उड़द में टिकाव रहा।
किराना :- शनिवार को समाप्त हुए आलौच्य सप्ताह के दौरान स्थानीय सियागंज किराना बाजार में कामकाज की मात्रा कम ही रही। शक्कर में कारोबार सामान्य है। उत्पादन अधिक मात्रा में होने से मिलों की बिकवाली का दबाव बना हुआ है। समीक्षा सप्ताह के दौरान शक्कर में बाजार 10-20 रू. प्रति क्विंटल को गिरावट आयी और शक्कर बाजार 3460-3490 रू. प्रति क्विंटल पर आ गया। खोपरा गोला 210-235 रू. प्रति क्विंटल पर बने रहे। साबूदाने में लेवाली वाली बात नहीं है। महाशिवरात्रि के आस-पास ही मॉंग रहने की आशा है। साबूदाना हल्के मालों में 4350-4450 रू. प्रति क्विंटल पर आ गये। कालीमिर्च में लेवाली सामान्य है। दिसावरी मंदी के समाचारों से बाजार 2-5 रू. प्रति किलो की गिरावट आयी। कालीमिर्च में एटम क्वालिटी मालों में बाजार 540-545 रू. प्रति किलो पर आ गये। जीरे में पूछपरख ठंडी है, किन्तु उत्पादक मंडियों में सुर्खी से बाजार 8-9 रू. प्रति किलो की तेजी आयी और जीरा राजस्थान 178-182 रू. प्रति किलो से बड़कर 187-191 रू. प्रति किलो पर आ गये। नारियलों में पूछपरख व आवकें ठंडी-ठंडी रहने से विशेष कामकाज वाली बात नहीं है। आलौच्य सप्ताह के दौरान नारियल 120 भरती मालों में 1450-1500 रू. प्रति थैले पर आ गया। अन्य किराना जिंसों में सौंफ, जायफल व जावत्री में गरम मसाला निर्माताओं की मॉंग देखी गयी।