श्रद्धा सुमन सेवा समिति के आयोजन में बीएसएफ के आईजी अशोक यादव ने कहा – शहीदों को नमन हमारा पहला धर्म
इन्दौर। तीन वर्ष पूर्व 14 फरवरी को पुलवामा हमले में शहीद हुए देश के 44 जांबाज सैनिकों की आत्म शांति और उन्हें श्रद्धांजलि समर्पित करने के उद्देश्य से श्रद्धा सुमन सेवा समिति ने आज राजबाड़ा स्थित अहिल्या उद्यान पर भारतीय परंपरा के अनुरूप यज्ञ, हवन का आयोजन कर शहीद सैनिकों को शिद्दत से याद किया।
बीएसएफ के आईजी अशोक यादव, अखंड धाम के महामंडलेश्वर डॉ. स्वामी चेतनस्वरूप, हंसदास मठ के पं. पवनदास शर्मा एवं स्वामी राजानंद के सानिध्य में समिति की ओर से संयोजक हरि अग्रवाल, अध्यक्ष मोहनलाल सोनी, राजेन्द्र गर्ग, विजय अग्रवाल, देव कासलीवाल, अशोक डांगी, विनय जैन, मुरलीधर धामानी, जगमोहन वर्मा, आसाराम अग्रवाल, डॉ. चेतन सेठिया, हनुमानप्रसाद सारडीवाल आदि ने अमर शहीदों के लिए पहले यज्ञ-हवन के माध्यम से आत्म शांति की प्रार्थना की, फिर शहीद स्मारक पर पुष्पांजलि समर्पित की।
बीएसएफ के आईजी अशोक यादव ने इस अवसर पर प्रेरक उद्बोधन में कहा कि वैलेंटाइन डे पर हमारे जांबाज सैनिकों की शहादत हर वर्ष मनाने का यह अनुकरणीय संकल्प है। देश के लिए शहीद होने वालों को नमन और वंदन करना हमारा पहला धर्म होना चाहिए। हमारी नई पीढ़ी को भी पता चलना चाहिए कि देश के लिए हमारे सैनिकों ने कितनी बड़ी शहादत देकर कीमत चुकाई है।
प्रारंभ में गायत्री शक्तिपीठ रवीन्द्र नगर के पंडितों ने यज्ञ हवन और पूजन के अनुष्ठान के जरिए शहीदों के आत्म कल्याण और आत्म शांति के लिए आहुतियां समर्पित की। संयोजक हरि अग्रवाल, मोहनलाल सोनी, राजेन्द्र गर्ग, रज्जू पंचोली, आशीष जैन, वर्षा जैन, राजकुमारी मिश्रा, प्रमिला शर्मा, ज्योति शर्मा, वासुदेव चावला आदि ने पुलवामा घटनाक्रम का उल्लेख करते हुए नागरिकों का आह्वान किया कि वे ऐसे कायराना हमलों से सतर्क रहें। अंत में हरि अग्रवाल ने आभार माना।