किरेन रिजिजू की ख्वाहिश- टोक्यो ओलंपिक में भारत अपना पिछला रिकॉर्ड तोड़े

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sadbhawnapaati
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केंद्रीय खेल मंत्री किरेन रिजिजू की ख्वाहिश है कि भारतीय एथलीट आगामी टोक्यो ओलंपिक के खेलों में देश का पिछला रिकॉर्ड तोड़ दें। भारत 17 से अधिक खेलों में 100 से अधिक एथलीटों को खेलों में भेज रहा है, जो 2016 के रियो ओलंपिक के बाद से उनका दूसरा सबसे बड़ा दल है।

हालांकि खेल कोविड-19 महामारी से बुरी तरह प्रभावित हुए हैं, लेकिन अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक समिति इस जुलाई में इसके साथ आगे बढ़ने के लिए तैयार है। भारत के एथलीट इस साल के खेलों में पदक जीतने की प्रबल संभावना के साथ प्रवेश करेंगे और टोक्यो में देश के ओलंपिक इतिहास में एक नया अध्याय लिखने की कोशिश करेंगे।

किरेन रिजिजू ने एक चैनल से बात करते हुए कहा, “सबसे पहले, मैं यह देखना चाहता हूं कि भारत ओलंपिक में पिछले रिकॉर्ड को तोड़ दे। यह बहुत स्पष्ट है क्योंकि हम भारत की क्षमता को बढ़ाना चाहते हैं, लेकिन एक सटीक पदक की भविष्यवाणी करना मेरे दिमाग में है। बेशक, हर किसी की गणना होती है। मैंने भी यथासंभव सभी सही सूचनाओं के आधार पर गणना की है। मेरे मन में एक भविष्यवाणी है। यह अनावश्यक रूप से स्पिन-ऑफ और खिलाड़ी की भावना को कम कर सकता है।”

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खेल मंत्री को उम्मीद है कि यह टोक्यो ओलंपिक देश में एक बड़ी खेल संस्कृति का निर्माण करेगा। रिजिजू ने कहा, “मैंने पहले भी कहा था कि भारत ओलंपिक में कई खेल विषयों से अनुपस्थित था। हम उनमें से कुछ में मौजूद थे। लंदन में और साथ ही रियो में में मुक्केबाजी, कुश्ती, बैडमिंटन में हमें पदक मिले थे। इस बार संभावना है कि हम अधिक पदक जीत सकते हैं। ओलंपिक में भारत की उपस्थिति बहुत बड़ी होने जा रही है। यह टोक्यो ओलंपिक भारत के लिए एक बड़ी उपस्थिति होने जा रही है। मुझे उम्मीद है कि यह टोक्यो ओलंपिक देश में एक बड़ी खेल संस्कृति का निर्माण करेगा।”

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"दैनिक सदभावना पाती" (Dainik Sadbhawna Paati) (भारत सरकार के समाचार पत्रों के पंजीयक – RNI में पंजीकृत, Reg. No. 2013/54381) "दैनिक सदभावना पाती" सिर्फ एक समाचार पत्र नहीं, बल्कि समाज की आवाज है। वर्ष 2013 से हम सत्य, निष्पक्षता और निर्भीक पत्रकारिता के सिद्धांतों पर चलते हुए प्रदेश, देश और अंतरराष्ट्रीय स्तर की महत्वपूर्ण खबरें आप तक पहुंचा रहे हैं। हम क्यों अलग हैं? बिना किसी दबाव या पूर्वाग्रह के, हम सत्य की खोज करके शासन-प्रशासन में व्याप्त गड़बड़ियों और भ्रष्टाचार को उजागर करते है, हर वर्ग की समस्याओं को सरकार और प्रशासन तक पहुंचाना, समाज में जागरूकता और सदभावना को बढ़ावा देना हमारा ध्येय है। हम "प्राणियों में सदभावना हो" के सिद्धांत पर चलते हुए, समाज में सच्चाई और जागरूकता का प्रकाश फैलाने के लिए संकल्पित हैं।