एमबीए चायवाला पर धोखाधड़ी का आरोप डिपॉजिट पेमेंट मांगने पर दिखाया ठेंगा, डीसीपी ने बैठाई जांच

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Indore MBA Chai Wala News. एमबीए चाय वाला को लेकर पिछलो दिनों कई राज्यों में शिकायत का मामला सामने आने के बाद इंदौर में भी शिकायत की गई है। सोमवार को इंदौर की फ्रेंचाइजी ने लसूड़िया थाना में शिकायत की है। मामले में डीसीपी ने जांच के बाद कार्रवाई की बात की है।

लसूड़िया थाने पर सोमवार को आशीष तिवारी व अन्य फ्रेंचाइजी के संचालक शिकायत करने पहुंचे थे। उन्होंने बताया कि एमबीए चायवाला के फाउंडर प्रफुल्ल बिल्लौरे और अन्य लोगों ने कंपनी की फ्रेंचाइजी देने के 13 लाख रुपए लिए। ये पैसा कंपनी के अकाउंट में जमा कराया। कंपनी के कहने पर जिस जगह पर एमबीए चायवाला का आउटलेट खोला वहां इंटीरियर, डेकोरेशन व अन्य सामानों पर कुल 32 लाख रुपए का इन्वेस्ट करा लिया।

हर माह 2 से 3 लाख की सेल का दावा

कंपनी ने हर महीने लाखों रुपए कमाने का आश्वासन दिया। हमें 2 से 3 लाख रुपए हर माह सेल होने की बात कही गई। लेकिन फायदा तो दूर आउटलेट चलाने में हमें 2 से 6 लाख रुपए का घाटा होने लगा। इस कारण हमने आउटलेट बंद कर दिए। जब कंपनी को अपनी समस्या बताकर डिपॉजिट पेमेंट मांगा पर कंपनी ने एक रुपया भी नहीं दिया। इंदौर के मेट्रो टॉवर, विजयनगर, 56 दुकान, कालानी नगर, भंवरकुआं व स्कीम नंबर 78 में खोले गए थे।

28 से ज्यादा मामले आए सामने

इंदौर से पहले अभी तक करीब 28 से अधिक लोगों ने एमबीए चायवाला के खिलाफ शिकायतें की हैं। ये शिकायतें उत्तर प्रदेश के कानपुर और प्रयागराज के साथ गुजरात के अहमदाबाद, सूरत व राजस्थान में भी शिकायतें की जा चुकी है।

सबकुछ नियम व शर्तो के मुताबिक

एमबीए चायवाला के प्रफुल्ल बिल्लौरे के वकील चंचल गुप्ता ने इस मामले में मीडिया को दिए एक बयान में बताया कि सब कुछ विधिक कार्रवाई के बाद ही तय होता है। कुछ लोग इस मामले में अन्य शॉप मालिकों को भड़का रहे थे। चाय बेचने को लेकर एग्रीमेंट में कितनी सेल होगी इसके बारे में नहीं बताया गया था। उन्होंने लोगों से बात कर मामला सुलझाने की बात भी की है।

जांच के बाद करेंगे कारवाई

इस मामले में डीसीपी सूरज वर्मा ने कहा कि उक्त शिकायती मामला एमबीए चायवाला के खिलाफ लसूड़िया थाने पहुंचा है। पीड़ित लोगों के बयान के बाद कार्रवाई की जाएगी। अगर सही में धोखाधड़ी हुई तो केस भी दर्ज किया जाएगा।

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"दैनिक सदभावना पाती" (Dainik Sadbhawna Paati) (भारत सरकार के समाचार पत्रों के पंजीयक – RNI में पंजीकृत, Reg. No. 2013/54381) "दैनिक सदभावना पाती" सिर्फ एक समाचार पत्र नहीं, बल्कि समाज की आवाज है। वर्ष 2013 से हम सत्य, निष्पक्षता और निर्भीक पत्रकारिता के सिद्धांतों पर चलते हुए प्रदेश, देश और अंतरराष्ट्रीय स्तर की महत्वपूर्ण खबरें आप तक पहुंचा रहे हैं। हम क्यों अलग हैं? बिना किसी दबाव या पूर्वाग्रह के, हम सत्य की खोज करके शासन-प्रशासन में व्याप्त गड़बड़ियों और भ्रष्टाचार को उजागर करते है, हर वर्ग की समस्याओं को सरकार और प्रशासन तक पहुंचाना, समाज में जागरूकता और सदभावना को बढ़ावा देना हमारा ध्येय है। हम "प्राणियों में सदभावना हो" के सिद्धांत पर चलते हुए, समाज में सच्चाई और जागरूकता का प्रकाश फैलाने के लिए संकल्पित हैं।