मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मंगलवार को कोरोना संक्रमण पर समीक्षा बैठक ली। मुख्यमंत्री ने प्रदेश में संक्रमण की वर्तमान परिस्थितियों को देखते हुए आज मध्यरात्रि से नाइट कर्फ्यू हटाने का फैसला लिया है।
सीएम शिवराज ने लोगों से मास्क पहनने और कोरोना गाइडलाइन का पालन करने की अपील की है। उन्होंने कहा कि होली, रंगपंचमी और अन्य आगामी त्योहारों में लापरवाही न बरतें, समस्त सावधानियों का पालन करें, स्वस्थ रहें।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में कोरोना संक्रमण की परिस्थितियां पूरी तरह नियंत्रण में हैं। इस वजह से नाइट कर्फ्यू मंगलवार से समाप्त किया जाएगा। मुख्यमंत्री चौहान आज निवास पर कोरोना की समीक्षा बैठक ले रहे थे।
चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग, मुख्य सचिव इकबाल सिंह बैंस, अपर मुख्य सचिव स्वास्थ्य मोहम्मद सुलेमान, प्रमुख सचिव मुख्यमंत्री मनीष रस्तोगी, आयुक्त स्वास्थ्य डॉ. सुदाम खाड़े सहित अन्य संबंधित अधिकारी उपस्थित थे।
गृह मंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा, खेल एवं युवा कल्याण मंत्री यशोधरा राजे सिंधिया, लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री डॉ. प्रभुराम चौधरी सहित अन्य मंत्रीगण बैठक में वर्चुअली जुड़े।
सावधानी से मनाएं त्यौहार
मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि सावधानी और सजगता के साथ होली और रंगपंचमी के त्यौहार मनाएं। कोरोना अनुकूल व्यवहार करें। मास्क लगाएं और सोशल डिस्टेंसिंग रखें।
मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि कोविड केयर सेंटर बंद किए जाए। अस्पतालों में कोरोना उपचार की पर्याप्त व्यवस्था है। अस्पताल में कम से कम एक वार्ड कोरोना के मरीजों के लिए रिक्त रखा जाए।
वेंटिलेटर्स के रख-रखाव की बेहतर व्यवस्था रखें, ताकि जरुरत पड़ने पर उनका उपयोग किया जा सके। कंसन्ट्रेटर और ऑक्सीजन लाइन का मेंटेनेंस करते रहें।
कोविड के कारण बढ़ाई गई सुविधाओं और इंफ्रा-स्ट्रक्चर का बेहतर उपयोग सुनिश्चित करें। अस्पतालों में साफ–सफाई और मरम्मत कार्य समय पर होता रहे। स्वच्छता का विशेष ध्यान रखा जाए। अस्पतालों में सभी आवश्यक व्यवस्थाएँ चाक-चौबंद रहें।
सभी पाबंदियों को खत्म किया
मध्य प्रदेश के गृह विभाग ने भी सभी कलेक्टरों को पत्र लिखकर सभी प्रतिबंधों को खत्म करने की जानकारी दी है।
अपर मुख्य सचिव राजेश राजौरा के हस्ताक्षर से जारी आदेश में कहा गया है कि राज्य शासन इस आदेश के जरिए कोविड-19 संक्रमण की रोकथाम के लिए लगाए गए सभी प्रतिबंधों को समाप्त करता है।
यह अपेक्षा रहेगी कि नागरिक पहले की तरह मास्क लगाते रहेंगे और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते रहेंगे।