MP: कमलनाथ की ‘इंडियन कोरोना’ वाली टिप्पणी से राज्य की सियासत गरमाई

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मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ के कोरोना पर दिए एक बयान के बाद मध्य प्रदेश में सियासी तूफान खड़ा हो गया है. एक प्रेस वार्ता के दौरान कमलनाथ ने कहा था कि ‘दुनिया भर में देश की पहचान इंडियन कोरोना’ से बन गई है.

दरअसल, पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता कमलनाथ ने शुक्रवार को वर्चुअल प्रेस कांफ्रेंस के शुरुआत में कहा कि ‘हम कहते थे चाइनीज कोरोना है. जनवरी 2020 में कहते थे यह कोरोना चीन का है. चाइनीज लेबोरेटरी में बना है. हम आज कहां पहुंचे हैं. आज दुनिया भर में इंडियन कोरोना है, भारतीय कोरोना.

उन्होंने आगे कहा कि ब्रिटेन के प्रधानमंत्री कह रहे हैं कि इंडियन कोरोना से सब डर रहे हैं सारी फ्लाइटें बंद करो. जो छात्र और नौकरी करने वाले थे उनकी एंट्री बंद कर दी है कि यह इंडियन कोरोना ले आएंगे. यह आज अपने देश की पहचान बन गई है. मेरा भारत महान तो छोड़िए मेरा भारत कोविड का बन गया है’. इस दौरान कमलनाथ ने सरकार पर कोरोना से हुई मौतों के आंकड़ों को भी छिपाने का आरोप लगाया.

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बीजेपी ने बयान का किया विरोध

कमलनाथ के इंडियन कोरोना वाले बयान का भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने विरोध किया है. राज्य के गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री के मुंह से भारत के लिए अपमानजनक शब्द सुनकर स्तब्ध और दुखी हूं. पहले केजरीवाल ने कहा और अब यह भी इंडियन कोरोना कह रहे हैं. यह जानबूझकर कह रहे हैं. हर जगह वहां सवाल उठाना जहां देश का अपमान हो’.

इसके अलावा मध्य प्रदेश बीजेपी ने भी ट्वीट कर कमलनाथ के बयान की निंदा की है और लिखा कि ‘कमलनाथ जी, चीन से आपकी दोस्ती के किस्से तो सुने थे लेकिन आज आपने चाइनीज कोरोना को इंडियन कोरोना बताकर चीन की गुलामी की है. आपको भारत की इज्जत उछालने का कोई हक नहीं है.

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"दैनिक सदभावना पाती" (Dainik Sadbhawna Paati) (भारत सरकार के समाचार पत्रों के पंजीयक – RNI में पंजीकृत, Reg. No. 2013/54381) "दैनिक सदभावना पाती" सिर्फ एक समाचार पत्र नहीं, बल्कि समाज की आवाज है। वर्ष 2013 से हम सत्य, निष्पक्षता और निर्भीक पत्रकारिता के सिद्धांतों पर चलते हुए प्रदेश, देश और अंतरराष्ट्रीय स्तर की महत्वपूर्ण खबरें आप तक पहुंचा रहे हैं। हम क्यों अलग हैं? बिना किसी दबाव या पूर्वाग्रह के, हम सत्य की खोज करके शासन-प्रशासन में व्याप्त गड़बड़ियों और भ्रष्टाचार को उजागर करते है, हर वर्ग की समस्याओं को सरकार और प्रशासन तक पहुंचाना, समाज में जागरूकता और सदभावना को बढ़ावा देना हमारा ध्येय है। हम "प्राणियों में सदभावना हो" के सिद्धांत पर चलते हुए, समाज में सच्चाई और जागरूकता का प्रकाश फैलाने के लिए संकल्पित हैं।