MP News: प्रदेश में कालाबाजारी पर लगेगी रोक, राज्य सरकार ने उठाया बड़ा कदम

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MP News: प्रदेश में कालाबाजारी पर लगेगी रोक, राज्य सरकार ने उठाया बड़ा कदम
MP News: मध्यप्रदेश में मुनाफाखोरों और भ्रष्टाचारियों के खिलाफ शिवराज सरकार सख्त है। दिन प्रतिदिन मुनाफाखोरी और भ्रष्टाचारियों पर कार्रवाई की नई तस्वीर पेश करती शिवराज सरकार ने एक और बड़ा फैसला लिया है। दरअसल बढ़ती महंगाई के बीच सरकार ने कालाबाजारी को रोकने के लिए दालों के स्टॉक तय कर दिए हैं।
दाल की कालाबाजारी रोकने के लिए शिवराज सरकार ने इसकी लिमिट तय कर दी है। थोक व्यापारी जहां दाल की स्टॉक लिमिट 5000 क्विंटल तक रख सकेंगे। वहीं दुकानदार 50 क्विंटल तक सभी दालों का स्टॉक अपने पास रखेंगे। हालांकि शिवराज सरकार ने एक नियम यह भी रखे हैं कि थोक व्यापारी के पास स्टॉक लिमिट 5000 क्विंटल तो होनी चाहिए लेकिन एक किस्म की दाल 2000 क्विंटल से ज्यादा नहीं होनी चाहिए।
इसके अलावा फुटकर और थोक व्यापारी अपने जिले के फूड कंट्रोलर को हर 15 दिन में अपने स्टॉक की जानकारी देंगे।मामले में बीते दिनों हुई बैठक में जिला आपूर्ति नियंत्रक ज्योति शाह ने थोक एवं फुटकर व्यापारियों की बैठक बुलाई थी। जिसमें यह निर्णय लिया गया है। माना जा रहा है कि दालों की कालाबाजारी को रोकने की कोशिश में यह बड़े निर्णय तय किए गए हैं।
वही बैठक में जिला आपूर्ति नियंत्रक ज्योति शाह नरवरिया ने कहा कि दाल की किस्म और गुणवत्ता अच्छी होनी चाहिए। साथ में अपने 6 महीने के उत्पादन का स्टॉक हर व्यापारी को रखना होगा। जरूरत पड़ने पर इसकी जांच की जाएगी। किसी भी तरह की गड़बड़ी सामने आने पर सख्त कार्रवाई होगी।
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"दैनिक सदभावना पाती" (Dainik Sadbhawna Paati) (भारत सरकार के समाचार पत्रों के पंजीयक – RNI में पंजीकृत, Reg. No. 2013/54381) "दैनिक सदभावना पाती" सिर्फ एक समाचार पत्र नहीं, बल्कि समाज की आवाज है। वर्ष 2013 से हम सत्य, निष्पक्षता और निर्भीक पत्रकारिता के सिद्धांतों पर चलते हुए प्रदेश, देश और अंतरराष्ट्रीय स्तर की महत्वपूर्ण खबरें आप तक पहुंचा रहे हैं। हम क्यों अलग हैं? बिना किसी दबाव या पूर्वाग्रह के, हम सत्य की खोज करके शासन-प्रशासन में व्याप्त गड़बड़ियों और भ्रष्टाचार को उजागर करते है, हर वर्ग की समस्याओं को सरकार और प्रशासन तक पहुंचाना, समाज में जागरूकता और सदभावना को बढ़ावा देना हमारा ध्येय है। हम "प्राणियों में सदभावना हो" के सिद्धांत पर चलते हुए, समाज में सच्चाई और जागरूकता का प्रकाश फैलाने के लिए संकल्पित हैं।