MP News – मप्र के फार्मूले से देश में चलेगा मिलावट के खिलाफ अभियान

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-मप्र के मिलावट से मुक्ति अभियान को एफएसएसएआई अन्य राज्यों में होगा लागू

मप्र। मध्य प्रदेश का एक और अभियान अन्य राज्यों के लिए मॉडल बनने जा रहा है। यह है ‘मिलावट से मुक्ति’ अभियान। भारतीय खाद्य सुरक्षा और मानक प्राधिकरण (एफएसएसएआई) प्रदेश में चलाए जा रहे मिलावट से मुक्ति अभियान को अन्य राज्यों में लागू करने की में तैयारी कर रही है। दरअसल, गत दिनों केन्द्रीय सलाहकार समिति (सीएसी) ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से बैठक ली। इसमें प्रदेश की तरफ से मिलावट से मुक्ति अभियान को लेकर प्रेजेंटेशन प्रस्तुत किया गया। इसे समिति ने सराहा और अन्य राज्यों के लिए उदाहरण बताया। जल्द एफएसएसएआई इस अभियान को लेकर की गई कार्रवाई की समीक्षा के लिए एक टीम भेजगी, जो इस पर कार्य करेगी। बाद में इसे अन्य राज्यों में भी लागू किया जाएगा।

गौरतलब है कि मिलावट से मुक्ति अभियान के तहत गत दो सालों में करीब 28 हजार नमूने लिए गए हैं। इस दौरान 24 हजार से अधिक नमूनों की रिपोर्ट जारी की गई। जांच के दौरान 5 हजार से अधिक नमूने विभिन्न श्रेणी में फेल हुए। साथ ही करीब पांच सौ मिलावटखोरों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई गई है। 23 करोड़ से अधिक कीमत की मिलावटी सामग्री अभियान के दौरान जब्त की गई। ऐसे में इस अभियान की सफलता से एफएसएसएआई प्रभावित हुआ है।

समीक्षा बैठक में मप्र की हुई सराहना

जानकारी के अनुसार केंद्रीय सलाहकार समिति की बैठक तीन माह में एक बार होती है। समिति देश भर में राज्यों के द्वारा मिलावट को रोकने के लिए किए गए कार्यो की समीक्षा करती है। इस दौरान सभी राज्य के आयुक्त खाद्य सुरक्षा उनके यहां किए गए कार्यों का प्रेजेंटेशन देते हैं। गत दिनों  राज्यों ने अपने यहां किए कार्यो का प्रेजेंटेशन दिया। इस दौरान प्रदेश की तरफ से संयुक्त नियंत्रक ने प्रेजेंटेशन दिया। सीएसी के सदस्यों ने मिलावट से मुक्ति अभियान की तारीफ करते हुए कहा कि मप्र अच्छा कार्य कर रहा है। उन्होंने पूछा कि योजना पर कैसे काम किया। इसके लिए क्या रणनीति बनाई गई थी। कमेटी ने कहा कि यह योजना अन्य राज्यों के लिए उदाहरण बनेगा।

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