मप्र। मध्य प्रदेश विधानसभा का सत्र 7 मार्च से शुरू होकर 25 मार्च तक चलेगा। आठ मार्च को विधानसभा में बजट पेश होगा। अंदाजा लगाया जा रहा है कि सत्र काफी हंगामेदार होगा। कांग्रेस ने विधानसभा का घेराव करने की तैयारी की है। विपक्ष सरकार को सदन से लेकर सड़क तक घेरने की तैयारी में है। बिजली बिल, महंगाई, बेरोजगारी जैसे मुद्दों पर सदन में तीखा तकरार देखने को मिलेगा। कांग्रेस का आरोप है कि बीजेपी सरकार ने कोरोना काल के समय बिजली बिल माफ करने का वादा किया था, जो झूठ निकला। उल्टा अब ब्याज सहित बिल की वसूली हो रही है। आम उपभोक्ता 15 से 20 हजार रुपये तक का बिजली बिल चुका रहे हैं।
प्रदेश में बढ़ रहे बेरोजगारी के आंकड़े और महंगाई को लेकर भी विपक्ष ने सवाल खड़े किए हैं। इन मुद्दों को भी विधानसभा में कांग्रेस विधायक जोर शोर से उठाएंगे। दूसरी तरफ सरकार ने भी कांग्रेस पर पलटवार करने की तैयारी कर ली है। इस पूरी कवायद पर भाजपा ने पलटवार करते हुए कहा है कि कांग्रेस का जन सरोकार से कोई लेना देना नहीं है। जब सत्ता में होते हैं तो भ्रष्टाचार करते हैं और जब विपक्ष में हैं तो किसी ना किसी तरह विधानसभा की कार्रवाई को बाधित करने का काम करते हैं। विपक्ष के नाते कांग्रेस की भूमिका होनी चाहिए कि विधानसभा ठीक से चले ताकि जनहित के मुद्दों पर बात हो सके।
प्रदेश में बढ़ रहे बेरोजगारी के आंकड़े और महंगाई को लेकर भी विपक्ष ने सवाल खड़े किए हैं। इन मुद्दों को भी विधानसभा में कांग्रेस विधायक जोर शोर से उठाएंगे। दूसरी तरफ सरकार ने भी कांग्रेस पर पलटवार करने की तैयारी कर ली है। इस पूरी कवायद पर भाजपा ने पलटवार करते हुए कहा है कि कांग्रेस का जन सरोकार से कोई लेना देना नहीं है। जब सत्ता में होते हैं तो भ्रष्टाचार करते हैं और जब विपक्ष में हैं तो किसी ना किसी तरह विधानसभा की कार्रवाई को बाधित करने का काम करते हैं। विपक्ष के नाते कांग्रेस की भूमिका होनी चाहिए कि विधानसभा ठीक से चले ताकि जनहित के मुद्दों पर बात हो सके।
बता दें इस बार शिवराज सरकार बजट में बच्चों से जुड़ी योजनाएं लेकर आने वाली है। इसमें बच्चों से जुड़ी योजनाओं का अलग प्रावधान रखा है। इसे चाइल्ड बजट नाम दिया गया है। 18 साल से कम उम्र के बच्चों के लिए अलग-अलग विभागों में चल रही योजनाओं को बजट में शामिल किया गया है। बताया जा रहा है कि इस बार का बजट किसानों, स्वास्थ्य, शिक्षा के साथ ही रोजगार पर केंद्रित है। सीएम शिवराज ने बजट तैयार करने के लिए मंत्रियों, विधायकों के साथ ही आम जनता और विशेषज्ञों के सुझाव भी लिए थे। इन्हीं सुझावों के आधार पर बजट तैयार किया गया है।