भोपाल से दिल्ली के बीच हमेशा वेटिंग के हालात रहते हैं। खासतौर पर सीजन के समय भोपाल एक्सप्रेस जैसी ट्रेन में भी सीटें खाली नहीं मिलतीं। यही कारण है कि भोपाल से नई दिल्ली के बीच की इस ट्रेन का बेसब्री से इंतजार किया जा रहा है। इससे दिल्ली जाने वाली लंबी दूरी की अन्य ट्रेनों जीटी, दक्षिण एक्सप्रेस, शान-ए- भोपाल एक्सप्रेस आदि का लोड भी कम हो सकेगा। इस ट्रेन के कोचों में खजुराहो मंदिर की कलाकृतियां, भीमबैठिका के शैल चित्रों आदि की झलक के साथ ही सांची के विश्व प्रसिद्ध स्तूप, उदयगिरि की गुफाएं भी देखने को मिलेंगी। मोदी सरकार ने देशभर में अगले तीन सालों में 400 वंदे भारत एक्सप्रेस चलाने की घोषणा की है। इनके लिए कोच फैक्ट्रियों में अब तक 44 रैक बनाए भी जा चुके हैं। कोच फैक्ट्रियों में तैयार हो रहे रैकों में मात्र फिनिशिंग का काम बचा है, जो मार्च माह के अंत तक पूरा हो जाएगा। गौरतलब है कि वर्तमान में दो वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेनें, नई दिल्ली से कटरा और नई दिल्ली से वाराणसी के लिए चल रही हैं जिनका फीडबैक बहुत अच्छा है। स्टॉपेज कम होने से यह ट्रेन दिल्ली की दूरी औरों की अपेक्षा कम समय में तय करेगी. इसके लिए टाइम टेबल सेट किया जा रहा है।