पुलिस की लापरवाही लगातार आ रही सामने
खंडवा के बाल संप्रेक्षण गृह से रविवार को दिनदहाड़े 7 बाल अपचारी लड़के फरार हो गए। सभी बाल आरोपी हत्या जैसे मामलों में विराचाधीन थे। मौके पर पहुंचे पुलिस अफसरों ने मौका मुआयना किया। बताया कि टॉयलेट की दीवार तोड़कर लड़के बाहर निकले। इसके बाद बाउंड्रीवाॅल फांदकर भाग गए।
मामले में संप्रेक्षण गृह के अफसरों की लापरवाही सामने आई है। सीएसपी ललित गठरे ने बताया कि सूचना मिलने पर मौके पर गए थे। सभी विचाराधीन कैदी अलग-अलग अपराधों में बंद थे। सभी आरोपी खंडवा के बाहर से हैं। इनमें हरदा के 3, बुरहानपुर के 1, खरगोन के 3 शामिल हैं।
टॉयलेट की दीवार तोड़कर भागे
अफसरों के मुताबिक टॉयलेट में गंदगी होने से जिम्मेदार मौके पर नहीं जाते थे। इसका फायदा उठाकर सातों ने टॉयलेट की दीवार तोड़ी। इसके बाद बाहर निकले। पेड़ के सहारे बाउंड्रीवाल फांदकर भाग निकले।
अब संप्रेक्षण गृह में सिर्फ एक बाल अपचारी
रतागढ़ स्थित बाल संप्रेक्षण गृह महिला एवं बाल विकास विभाग के अधीन है। यहां से बीते माह भी कुछ लड़के फरार हो गए थे। बावजूद प्रबंधन की लापरवाही लगातार सामने आ रही है। संप्रेक्षण गृह में कुल 8 किशोर थे। 7 के फरार होने के बाद एक किशोर बचा है। गौरतलब है कि इससे पहले उज्जैन के बाल संप्रेक्षण गृह से शनिवार को 6 बाल अपचारी गार्ड और चौकीदार की आंखों में मिर्च झोंक कर भाग गए थे।
बता दें कि २ दिन पहले भी इस तरह की घटना है. शुक्रवार देर रत उज्जैन के बाल संप्रेक्षण गृह से छह बाल अपराधी भाग गए थे। उन्होंने चौकीदारों से हाथापाई की। उनकी आंखों में मिर्च झोंकी और भाग निकले। इनमें से तीन को पुलिस ने पकड़ लिया है। बाकी तीन की तलाश की जा रही है।