– सरकार रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया से 20 साल तक के लिए लेगी कर्ज
-सरकार पर अब तक 2 करोड़ 53 लाख 335 करोड़ का कर्ज हो चुका है
-सरकार पर अब तक 2 करोड़ 53 लाख 335 करोड़ का कर्ज हो चुका है
मप्र। मध्य प्रदेश में आर्थिक हालात सुधारने के लिए सूबे की शिवराज सरकार फिर से 2 हजार करोड़ रुपए का कर्ज ले रही है। वित्त विभाग ने 2 हजार करोड़ रुपए का नया कर्ज लेने के लिए नोटिफिकेशन जारी कर दिया है। दरअसल सरकार कर्ज रिज़र्व बैंक ऑफ इंडिया से 20 साल तक के लिए लेगी। इससे पहले जुलाई में प्रदेश सरकार ने 2 हजार करोड़ रुपए का कर्ज लिया था। साल 2021-22 में अब तक 18 हजार करोड़ का कर्ज एमपी सरकार ले चुकी है। प्रदेश पर अब करीब तीन लाख करोड़ का कुल कर्ज हो गया है।
बताया जा रहा है कि प्रदेश सरकार पर अब तक 2 करोड़ 53 लाख 335 करोड़ का कर्ज हो चुका है। इसमें एक लाख 54 हजार करोड़ का कर्ज खुले बाजार का है। वहीं वित्त वर्ष 2019-20 में राज्य सरकार ने 23,430 करोड़ रुपए का कर्ज लिया था। भारी कर्ज के चलते राज्य सरकार को हर साल बड़ी रकम ब्याज के तौर पर चुकानी पड़ रही है। मध्यप्रदेश सरकार पर अब तक 2 करोड़ 53 लाख 335 करोड़ का कर्ज हो चुका है। यह राज्य के कुल बजट से ज्यादा है। मध्य प्रदेश ने साल 2020-21 में 2.41 लाख करोड़ रुपए का बजट पेश किया था। कोरोना महामारी ने राज्य की आर्थिक हालत को काफी नुकसान पहुंचाया है और कर्ज की सीमा बढ़ने के पीछे भी यही मुख्य वजह मानी जा रही है। लॉकडाउन के दौरान सभी उद्योग धंधे, व्यापारिक प्रतिष्ठान बंद रहे थे।