MP पुरानी पेंशन योजना: वित्त मंत्री बोले अभी योजना बहाली पर विचार नहीं, कर्मचारियों का बड़े आंदोलन का ऐलान 

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राजस्थान सरकार के बाद छत्तीसगढ़ सरकार ने भी पुरानी पेंशन योजना लागू करने के ऐलान के बाद मध्यप्रदेश में भी मांग तेज हो गई है।
इस बीच बुधवार को वित्त मंत्री जगदीश देवड़ा ने कहा कि प्रदेश में पुरानी पेंशन लागू करने पर अभी कोई विचार नहीं किया जा रहा है। इस पर कर्मचारियों ने बड़े आंदोलन की चेतावनी दी है।

प्रदेश सरकार ने बुधवार को विधानसभा में बजट पेश किया। इसके बाद मीडिया से बातचीत करते हुए वित्त मंत्री जगदीश देवड़ा ने पुरानी पेंशन लागू करने को लेकर पूछे सवाल पर कहा कि सरकार अभी पुरानी पेंशन योजना बहाली पर कोई विचार नहीं कर रही है।

बता दें प्रदेश में 1 जनवरी 2005 के बाद से नई पेंशन योजना लागू की गई है। इसको लेकर कर्मचारी संगठनों ने 13 मार्च को कलियासोत ग्राउंड पेंशन बहाली की मांग को लेकर प्रदर्शन का ऐलान किया है।

अधिकारी कर्मचारी संयुक्त संगठन के प्रदेश अध्यक्ष उदित भदौरिया ने कहा कि राजस्थान, उत्तराखंड और छत्तीसगढ़ सरकार ने पुरानी पेंशन लागू कर दी है।

उन्होंने कहा कि प्रदेश में लंबे समय से पुरानी पेंशन बहाली की मांग की जा रही है। सरकार पता नहीं क्यों नहीं दे रही है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में 5 लाख के करीब कर्मचारी प्रभावित है।

पुरानी पेंशन बहाली के लिए 13 मार्च को कर्मचारी संगठन प्रदर्शन कर रहे है। इसके बावजूद हमारी मांगों पर कोई विचार नहीं किया गया तो बड़ा आंदोलन शुरू होगा।

कमलनाथ ने भी लिखा पत्र 

पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने भी मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को पुरानी पेंशन योजना की बहाली के लिए पत्र लिखा है।

पत्र में लिखा है कि राजस्थान सरकार ने जिस तरह से पुरानी पेंशन को बहाल किया है, वैसा ही मध्यप्रदेश सरकार को भी करना चाहिए। पुरानी पेंशन बहाल हो ताकि कर्मचारी अपने भविष्य को लेकर निश्चिंत हो।

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"दैनिक सदभावना पाती" (Dainik Sadbhawna Paati) (भारत सरकार के समाचार पत्रों के पंजीयक – RNI में पंजीकृत, Reg. No. 2013/54381) "दैनिक सदभावना पाती" सिर्फ एक समाचार पत्र नहीं, बल्कि समाज की आवाज है। वर्ष 2013 से हम सत्य, निष्पक्षता और निर्भीक पत्रकारिता के सिद्धांतों पर चलते हुए प्रदेश, देश और अंतरराष्ट्रीय स्तर की महत्वपूर्ण खबरें आप तक पहुंचा रहे हैं। हम क्यों अलग हैं? बिना किसी दबाव या पूर्वाग्रह के, हम सत्य की खोज करके शासन-प्रशासन में व्याप्त गड़बड़ियों और भ्रष्टाचार को उजागर करते है, हर वर्ग की समस्याओं को सरकार और प्रशासन तक पहुंचाना, समाज में जागरूकता और सदभावना को बढ़ावा देना हमारा ध्येय है। हम "प्राणियों में सदभावना हो" के सिद्धांत पर चलते हुए, समाज में सच्चाई और जागरूकता का प्रकाश फैलाने के लिए संकल्पित हैं।