MP Sports News : खेल एवं युवा कल्याण मंत्री यशोधरा राजे सिंधिया ने कहा है कि हमारे खिलाड़ी न सिर्फ राष्ट्रीय, बल्कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपनी पहचान बनाने में सफल हुए हैं। अगर किसी भी खेल अकादमी से हमें राष्ट्रीय या अंतरराष्ट्रीय स्तर के खिलाड़ी नहीं मिल रहे हैं तो ऐसी अकादमी का औचित्य नहीं है। ऐसी अकादमी को बंद किया जाएगा।
खेल मंत्री सिंधिया मंगलवार को टीटी नगर स्टेडियम में हॉकी अकादमी की समीक्षा कर रही थीं। उन्होंने ग्वालियर स्थित हॉकी अकादमी की समीक्षा में कहा कि प्रदेश के सभी अकादमी में रहने वाले खिलाड़ियों की डिजिटलाइज्ड मेडिकल फाइल बनाई जाएगी। हर अकादमी के प्रत्येक खिलाड़ी का ब्लड टेस्ट किया जायेगा। उनकी फाइल बनाई जायेगी, जिसमें प्रत्येक खिलाड़ी की पर्सनल प्रोफाइल जैसे ब्लड ग्रुप, ब्लड टेस्ट की रिपोर्टस, कितने बच्चे कोरोना पॉजिटिव हुए हैं उनकी इंजुरी आदि का रिकॉर्ड मेंटेन किया जायेगा।
सिंधिया ने ग्वालियर महिला हॉकी अकादमी के निर्माण कार्यों की भी समीक्षा की। उन्होंने पॉवर प्वाइंट प्रेजेन्टेशन के माध्यम से अकादमी में चल रहे निर्माण कार्यों पर विस्तृत चर्चा की। इस अवसर पर उनके साथ प्रमुख सचिव खेल एवं युवा कल्याण गुलशन बामरा, नवागत खेल संचालक रवि कुमार गुप्ता और हॉकी प्रशिक्षक परमजीत सिंह भी उपस्थित थे।
मप्र खेल एवं युवा कल्याण विभाग के द्वारा प्रदेश में 18 खेलों की अकादमी संचालित हो रही है। इसमें प्रदेश और देश के खिलाड़ी प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे है। टोक्यो ओलिंपिक में मप्र हाॅकी अकादमी में प्रशिक्षण प्राप्त करने वाले विवेक सागर और नीलाकांत शर्मा कांस्य पदक विजेता भारतीय टीम के सदस्य रहे थे। राज्य सरकार ने दोनो को एक एक करोड़ रुपए देने की घोषणा की थी, इसमें से विवेक सागर को तो सम्मान समारोह में सम्मानित भी किया जा चुका है और साथ में डीएसपी भी बना गया है।