छात्र-छात्राओं के सदन में राज्यसभा सांसद ने दिए जवाब इरादे मज़बूत हों तो हर मुश्किल आसान है: तन्खा

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जबलपुर । इरादे अगर मजबूत हो तो फिर कोई काम नामुमकिन नहीं रह जाता यह कहना है राज्यसभा सांसद विवेक कृष्ण तंखा का इंजीनियरिंग, विधि, एमबीए, कॉमर्स, और मेडिकल आदि विषयों से पढ़ाई कर रहे छात्र छात्राओं के सदन में हाजिर होकर राज्यसभा सांसद विवेककृष्ण तन्खा ने शहर के युवा विद्यार्थियों  का ना सिर्फ उत्साहवर्धन किया बल्कि उनकी जिज्ञासाओं का समाधान भी किया।

अपने और शहर के  भविष्य का मानसिक ताना-बाना बुन रहे  विद्यार्थियों  के समूह ने राज्यसभा सांसद विवेक कृष्ण तंखा से पूछा कि जिन विषयों से वे पढ़ाई कर रहे हैं क्या भविष्य में उन्हें अपने शहर में ही रोजगार के अवसर मिलेंगे या फिर उन्हें भी पलायन करने मजबूर होना पड़ेगा?

इसके अलावा युवाओं के सवालों में शहर की सड़कों, चिकित्सा सुविधा और जबलपुर के भावी परिदृश्य सबंधी सवालों की भी बौछार थी। जिनका बारी-बारी से जवाब देते हुए राज्यसभा सांसद ने कहा कि इस शहर के लोग जिस दिन ये तय कर लेंगे कि उन्हें शहर का विकास और विस्तार  देश विदेश के चुनिंदा शहरों की तर्ज पर करना है तो उन्हें कोई रोक नहीं सकेगा।

श्री तन्खा ने युवाओं को स्वर्गीय भवानी प्रसाद तिवारी एवं रामेश्वर प्रसाद गुरु के जीवन दृष्टांत का उदाहरण देते हुए बताया कि किस तरह इन्होंने अपने मजबूत इरादों से जबलपुर को विकास की मुख्यधारा से जोड़ा।

श्री तन्खा ने कहा कि यदि जबलपुर का युवा और जनता चाहे तो वे देश और विदेशों की बड़ी बड़ी कम्पनियों को जबलपुर में निवेश करने राजी कर सकते हैं बस चाहत मजबूत इरादों की है। उन्होंने छात्र छात्राओं से आव्हान करते हुए कहा कि अब वक्त आप सभी से ये कह रहा है कि आप खुद को रोजगार लेने वाला नहीं बल्कि रोजगार देने वाला बनाइए।

बस इरादा कर लीजिए आपकी हर मुश्किल को आसान करने मैँ हर तरह से आपके साथ हूँ। छात्र-छात्राओं के सदन में सवाल जवाब के बीच शिक्षक शिक्षिकाएं भी बड़ी संख्या में मौजूद रहे।

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"दैनिक सदभावना पाती" (Dainik Sadbhawna Paati) (भारत सरकार के समाचार पत्रों के पंजीयक – RNI में पंजीकृत, Reg. No. 2013/54381) "दैनिक सदभावना पाती" सिर्फ एक समाचार पत्र नहीं, बल्कि समाज की आवाज है। वर्ष 2013 से हम सत्य, निष्पक्षता और निर्भीक पत्रकारिता के सिद्धांतों पर चलते हुए प्रदेश, देश और अंतरराष्ट्रीय स्तर की महत्वपूर्ण खबरें आप तक पहुंचा रहे हैं। हम क्यों अलग हैं? बिना किसी दबाव या पूर्वाग्रह के, हम सत्य की खोज करके शासन-प्रशासन में व्याप्त गड़बड़ियों और भ्रष्टाचार को उजागर करते है, हर वर्ग की समस्याओं को सरकार और प्रशासन तक पहुंचाना, समाज में जागरूकता और सदभावना को बढ़ावा देना हमारा ध्येय है। हम "प्राणियों में सदभावना हो" के सिद्धांत पर चलते हुए, समाज में सच्चाई और जागरूकता का प्रकाश फैलाने के लिए संकल्पित हैं।