:: अंतर्राष्ट्रीय रामस्नेही संप्रदाय के मूलाचार्य स्वामी रामचरण महाराज के 302वें जयंती महोत्सव का समापन होगा ::
इन्दौर। छत्रीबाग रामद्वारा पर अंतरराष्ट्रीय रामस्नेही संप्रदाय के मूलाचार्य स्वामी रामचरण महाराज की 302वीं जयंती मंगलवार 15 फरवरी को संत बाल योगी तोताराम महाराज के सानिध्य में मनाई जाएगी।
रामद्वारा पर पिछले चार दिनों से जयंती महोत्सव के उपलक्ष्य में विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं। इनमें मालवांचल के अनेक श्रद्धालु भाग रहे हैँ।
रामद्वारा परिवार के देवेंद्र कुमार मुछाल एवं रामसहाय विजयवर्गीय ने बताया कि मंगलवार को सुबह 8 बजे से वाणीजी का सामूहिक पारायण, साढ़े 8 बजे से गुरुमहिमा, नाम प्रताप एवं छंद भुजंगी और स्वामी रामचरण महाराज द्वारा रचित भजन लावणी जय-जयवंती का सामूहिक गायन तथा 9.15 बजे से संत तोताराम महाराज के प्रवचन होंगे।
सुबह 10 बजे रामद्वारा के सभा मंडप में शोभायात्रा के पूर्व महाराज श्री के स्वरूप एवं वाणीजी के पूजन एवं आरती के बाद रामद्वारा परिसर में ही पालकी यात्रा निकाली जाएगी।
रामधुन एवं प्रसाद वितरण के साथ कार्यक्रम का समापन होगा। म.प्र. सरकार ने महाप्रभु रामचरण महाराज की जयंती पर ऐच्छिक अवकाश घोषित किया है, जिससे सभी रामस्नेही भक्तों में हर्ष व्याप्त है।
खाचरोद से आए बालयोगी संत तोताराम महाराज ने आज जयंती महोत्सव के चौथे दिन सुबह धर्मसभा में कहा कि महापुरुषों के व्यक्तित्व और कृतित्व में अनेक खूबियां होती है।
उनके सानिध्य में आने वाला प्रत्येक व्यक्ति उनका शिष्यत्व स्वीकार कर लेता है। महापुरुषों का जीवन स्वयं के लिए नहीं, समाज, धर्म और संस्कृति के लिए होता है। आचार्य रामचरण महाराज ऐसे ही बिरले संत थे, जिन्होंने अपने जीवन में कभी कोई कामना नहीं रखी।
यहां तक कि अपने वस्त्रों को भी बबूल के कांटों से सील कर पहने और फटी गुदड़ी पर अपना जीवन व्यतीत किया। त्याग, समर्पण का ऐसा उदाहरण शायद ही कहीं और मिलेगा।
आज उनके द्वारा स्थापित संप्रदाय पूरे विश्व में अपने संदेशों के माध्यम से यश पताका फहरा रहा है। प्रारंभ में रामनिवास मोढ़, गिरधर नीमा, श्याम भूतड़ा, राजकुमार पोरवाल एवं सुरेश काकानी ने संतश्री का स्वागत किया। वाणीजी के पाठ में भी अनेक साधकों ने भाग लिया।