Indore News. सर्वानंद नगर में हो रहे अवैध होस्टलों के निर्माण के खिलाफ रहवासी संघ खड़ा हुआ है। प्रशासन से लेकर निगम और जनप्रतिनिधियों तक रहवासी संघ ने शिकायत दर्ज कराते हुए अवैध निर्माणों पर बुलडोजर चलाए जाने की गुहार लगाई है। अब निगम ने भी एक बार फिर सर्वानंद नगर में कार्रवाई के मूड में नजर आ रहा है। शिकायत पर कार्रवाई की प्रक्रिया शुरू हो गई है। अवैध निर्माणकर्ताओं को नोटिस जारी किए जा रहे है।
उल्लेखनीय है कि पीपल्याराव की जिस जमीन पर सर्वानंद नगर बसा है, वह मास्टर प्लान में औद्योगिक है। यही वजह है कि कभी इस कॉलोनी को अफसरों ने वैध नहीं माना यानी इसे सरकारी मान्यता नहीं मिली। निगम यहाँ पर नक्शे भी पास नहीं करता है। इसके बाद भी निगम का जोनल कार्यालय के सामने औद्योगिक लैंड पर रहवासी और कमर्शियल इमारतें तन गई। साल 2019 के दौर में भी यहां बड़े पैमाने पर शिकायत शिकवे का दौर चला। तत्कालीन निगम कमिश्नर आशीष सिंह के कार्यकाल में उन्होंने सर्वानंद नगर में अवैध निर्माणों को तोड़ने की कार्रवाई शुरू की और 22 अवैध निर्माणों को चिह्नित कर रिमूवल के नोटिस भी जारी कर दिए। निगम ने कार्रवाई का पूरा खाँका तैयार किया और सर्वानंद नगर में बुलडोजर भी चलाएं। लेकिन फिर अचानक से राजनीतिक आड़े आ गई.
[expander_maker id=”1″ more=”आगे पढ़े ” less=”Read less”]
रहवासी संघ के अध्यक्ष बंटी लालवानी और सचिव गणेश यादव ने हाल ही में कलेक्टर मनीष सिंह से मिलकर उन्हें सर्वानंद नगर में हो रहे अवैध निर्माणों की सूची देते हुए कार्रवाई की मांग की थी। इतना ही नहीं रहवासी संघ ने निगम कमिश्नर से लेकर संभागायुक्त तक शिकायत दर्ज कराई है। लालवानी और यादव ने बताया कि दो दिन पहले सांसद शंकर लालवानी से भी मुलाकात कर यहां हो रहे अवैध निर्माण खासकर होस्टलों पर कार्रवाई की मांग की है।
सर्वानंद नगर में अवैध रूप से हो रहे निर्माण की शिकायत मिली है। हम नोटिस जारी कर रहे है। इसके बाद नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी। – ओपी गोयल, भवन अधिकारी, नगर निगम
[/expander_maker]