इंदौर रेलवे स्टेशन पर आपातकालीन कोटे के आवेदन पत्र बॉक्स का स्थानांतरण बना यात्रियों के लिए परेशानी का कारण

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sadbhawnapaati
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इंदौर। इंदौर रेलवे स्टेशन पर सहायक वाणिज्य प्रबंधक (एसीएम) पद पर हाल ही में नियुक्त हुए भरत देहड़े द्वारा एक निर्णय यात्रियों के लिए असुविधा का कारण बन गया है। स्टेशन पर आपातकालीन कोटे (जिसे आमतौर पर VIP कोटा कहा जाता है) के आवेदन पत्र जमा करने के लिए पूर्व में पूछताछ खिड़की के पास प्लेटफॉर्म नंबर 1 पर एक बॉक्स लगाया गया था, जिसे अब स्थानांतरित कर प्लेटफॉर्म नंबर 4 पर स्थित सीएमआई (CMI) कार्यालय के पास लगा दिया गया है।

इस निर्णय से उन यात्रियों को खासी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है जो समय पर और उचित प्रक्रिया से अपना आवेदन पत्र जमा करना चाहते हैं। नए स्थान पर आवेदन पत्र जमा करने के लिए यात्रियों को प्लेटफॉर्म टिकट खरीदकर प्लेटफॉर्म नंबर 4 तक जाना होगा। अन्यथा, उन्हें बिना टिकट प्लेटफॉर्म पर प्रवेश करने वाले व्यक्ति की श्रेणी में माना जाएगा, जो रेलवे नियमों के अनुसार दंडनीय है।

यात्रियों का कहना है कि पहले यह व्यवस्था काफी सरल और सुविधाजनक थी, क्योंकि पूछताछ खिड़की के पास बॉक्स उपलब्ध होने से आमजन बिना किसी अतिरिक्त खर्च के आवेदन डाल सकते थे। अब जबकि बॉक्स को प्लेटफॉर्म क्षेत्र में शिफ्ट कर दिया गया है, सामान्य लाभार्थी को अतिरिक्त पैसा खर्च करना पड़ेगा या फिर नियमों के उल्लंघन का खतरा रहेगा।

रेल प्रशासन से मांग की जा रही है कि आवेदन बॉक्स को पुनः पूर्व स्थान पर लाया जाए अथवा ऐसी वैकल्पिक व्यवस्था की जाए जिससे लाभार्थी बिना अतिरिक्त परेशानी के आवेदन प्रस्तुत कर सकें।

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"दैनिक सदभावना पाती" (Dainik Sadbhawna Paati) (भारत सरकार के समाचार पत्रों के पंजीयक – RNI में पंजीकृत, Reg. No. 2013/54381) "दैनिक सदभावना पाती" सिर्फ एक समाचार पत्र नहीं, बल्कि समाज की आवाज है। वर्ष 2013 से हम सत्य, निष्पक्षता और निर्भीक पत्रकारिता के सिद्धांतों पर चलते हुए प्रदेश, देश और अंतरराष्ट्रीय स्तर की महत्वपूर्ण खबरें आप तक पहुंचा रहे हैं। हम क्यों अलग हैं? बिना किसी दबाव या पूर्वाग्रह के, हम सत्य की खोज करके शासन-प्रशासन में व्याप्त गड़बड़ियों और भ्रष्टाचार को उजागर करते है, हर वर्ग की समस्याओं को सरकार और प्रशासन तक पहुंचाना, समाज में जागरूकता और सदभावना को बढ़ावा देना हमारा ध्येय है। हम "प्राणियों में सदभावना हो" के सिद्धांत पर चलते हुए, समाज में सच्चाई और जागरूकता का प्रकाश फैलाने के लिए संकल्पित हैं।