भोपाल. मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान का आक्रामक अंदाज जारी है। वे इसी अंदाज में मुख्यमंत्री जन सेवा अभियान को आगे बढ़ा रहे हैं। बुधवार को वे खरगोन में थे। शिकायतों के आधार पर उन्होंने मंच से ही खरगोन के जिला शिक्षा अधिकारी और भीकनगांव के सीएमओ को निलंबित कर दिया।
खरगोन में आयोजित जन सेवा अभियान कार्यक्रम में शिवराज ने कहा कि भीकनगांव में पैसे अध्यक्ष और सीएमओ को निकालने थे। सीएमओ ने अकेले ही निकाल लिए। मैं उन्हें सस्पेंड करता हूं। गड़बड़ नहीं चलेगी, इनकी जांच भी की जाएगी। इसके बाद उन्होंने खरगोन के जिला शिक्षा अधिकारी केके डोंगरे को निलंबित किया। डोंगरे के खिलाफ भ्रष्टाचार की शिकायत मिली थी।
बताया जाता है कि पूर्व विधायक बाबूलाल महाजन समेत कई लोगों ने डोंगरे की शिकायत की थी। मुख्यमंत्री ने खरगोन में मुख्यमंत्री जन सेवा अभियान में भाग लिया। कृषि मंत्री कमल पटेल और वन मंत्री कुंवर विजय शाह भी उनके साथ विविध कार्यक्रमों में मौजूद रहे।
खरगोन में अशांति फैलाने वालों को छोड़ेंगे नहीं
शिवराज ने कहा कि जब खरगोन को दंगों की आग में झोंकने का प्रयास किया था, तब भी मैं खरगोन की जनता से जुड़ा था। हमारा प्रदेश शांति का टापू है। गुंडागर्दी, अशांति फैलाने वालों को मध्यप्रदेश की धरती पर किसी भी कीमत पर छोड़ा नहीं जाएगा। खरगोन में कोई गड़बड़ न हो, शांति बनी रहे, इसलिए विशेष सशस्त्र बल की तैनाती यहां की जाएगी। एक अतिरिक्त थाने की जरूरत बताई गई है, मैं उसे मंजूर करता हूं।