इंदौर। शहर में आत्महत्या करने वाली एक महिला को डर था कि उसका सुसाइड नोट ससुराल वाले पुलिस तक नहीं पहुंचने देंगे। इसी डर से उसने चार पेज का सुसाइड नोट अपने कपड़ों में छिपा लिया।
जब उसके शव को पोस्टमार्टम के लिए पहुंचा तो डॉक्टरों को सुसाइड नोट मिला। जिसमें उसने पति, ननद, सास की प्रताड़ना का जिक्र किया है। पुलिस मामले की जांच कर रही है।
बता दें कि रंगपंचमी के दिन गुरुशंकर नगर की रहने वाली प्रियंका चौहान ने फांसी लगाकर जान दे दे थी।
थाना प्रभारी सतीश द्विवेदी के बताया कि प्रियंका के आत्महत्या की सूचना मिली थी। प्रियंका को सबसे पहले उसकी सास ने फंदे पर लटकते देखा था। उसकी शादी पिछले साल ही अप्रैल में ही हुई थी।
उसका पति राहुल चौहान नगर निगम में ड्राइवर है। वह उस समय ड्यूटी पर गया हुआ था। पुलिस ने सास पारूबाई और पति राहुल से पूछताछ की लेकिन किसी तरह की परेशानी की बात सामने नहीं आई।
शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया था। जिला अस्पताल में पोस्टमार्टम कर रहे डॉ. भरत वाजपेयी को महिला के ब्लाउज से चार पेज का सुसाइड नोट मिला। उन्होंने पुलिस को सूचना दी।
पुलिस के मुताबिक सुसाइड नोट में नवविवाहिता ने पति राहुल और सास पारूबाई पर प्रताड़ना का आरोप लगाया है। सुसाइड को पढ़कर लगता है कि नवविवाहिता इसे कई दिनों से लिख रही थी।
पुलिस ने बताया कि चार पेज के सुसाइड नोट में पहले पेज पर पति राहुल की कहानी थी। बताया कि सास के बहकावे में आकर मारपीट करता था। उसकी बातें नहीं समझना चाहता था।
राहुल की पहली पत्नी की मौत और उससे हुई बेटी का जिक्र भी इसमें है। आशंका जताई है कि उस बेटी को भी राहुल परेशान करता है, उसे भी मार दिया जाएगा।
अगले दो पेज पर सास पारूबाई के तानों का जिक्र किया है। बताया कि कैसे उसे बिना वजह सास परेशान करती थी। सालभर में हुए लड़ाई-झगड़ों के बारे में लिखा है।
आखिरी पन्ने में अपनी ननद आशा, पिंकी व एक अन्य के मायके आने पर प्रताड़ित करने की बात लिखी। प्रियंका ने लिखा कि पति, सास और ननद को सजा मिलनी चाहिए।