सूर्य का राशि परिवर्तन :  वैवाहिक आयोजनों की शुरुआत, 14 अप्रैल से फिर गूंजेंगी खुशियों की शहनाई

By
sadbhawnapaati
"दैनिक सदभावना पाती" (Dainik Sadbhawna Paati) (भारत सरकार के समाचार पत्रों के पंजीयक – RNI में पंजीकृत, Reg. No. 2013/54381) "दैनिक सदभावना पाती" सिर्फ एक समाचार...
2 Min Read

दो साल बाद फिर नजर आएगा कोरोना मुक्त शादियों का उल्लास
मप्र। सूर्य 14 अप्रैल को मीन से निकलकर मेष राशि में प्रवेश करेंगे। इसी के साथ खुशियों की शहनाइयां बजने का दौर शुरू हो जाएगा।
खरमास समाप्त होने के बाद वैवाहिक आयोजनों की शुरुआत होगी। इसके चलते एक बार फिर हलवाई, कैटरिंग, बैंड-बाजे, गार्डन, होटल, धर्मशाला संचालकों के साथ विवाह व्यवसाय से जुड़े लोगों के चेहरे खिल उठे हैं।
वर्ष 2022 के दूसरे वैवाहिक सीजन में अप्रैल, मई, जून और जुलाई में 32 मुहूर्त पर कई बुकिंग हो चुकी है।

कोरोना संक्रमण के कारण 2020 में लॉकडाउन लगाया गया था। इसके बाद विभिन्न नियम और शर्तों के साथ वैवाहिक आयोजन हुए थे। अब पूरी तरह से प्रतिबंधों से मुक्ति मिलने के बाद वैवाहिक आयोजन को लेकर लोगों में खासा उत्साह है।
लोगों में अब कोरोना का डर भी समाप्त हुआ है। इससे उत्साह ज्यादा है और इससे होटल गार्डन उद्योग में खुशी की लहर है। हालांकि कोरोना से पहले के मुकाबले लोगों ने अपने शादी के बजट में कटौती देखी जा रही है। ज्योतिर्विद आचार्य शिवप्रसाद तिवारी के मुताबिक, 19 अप्रैल से 8 जुलाई तक विवाह के मुहूर्त हैं।
3 मई को अक्षय तृतीया पर अबूझ मुहूर्त रहेगा। इस अवसर पर बड़ी संख्या में वैवाहिक आयोजन होंगे। इस सीजन में मुहूर्त की भी अच्छी संख्या है। 14 अप्रैल को मलमास खत्म होने के बाद वैवाहिक आयोजन का दौर शुरू हो रहा है।
10 जुलाई से 4 नवंबर तक देवशयन काल होने से वैवाहिक आयोजन नहीं होंगे। इसके बाद 19 नवंबर से दोबारा आयोजन शुरू होंगे। नवंबर में विवाह के छह और दिसंबर में पांच मुहूर्त है।
Share This Article
Follow:
"दैनिक सदभावना पाती" (Dainik Sadbhawna Paati) (भारत सरकार के समाचार पत्रों के पंजीयक – RNI में पंजीकृत, Reg. No. 2013/54381) "दैनिक सदभावना पाती" सिर्फ एक समाचार पत्र नहीं, बल्कि समाज की आवाज है। वर्ष 2013 से हम सत्य, निष्पक्षता और निर्भीक पत्रकारिता के सिद्धांतों पर चलते हुए प्रदेश, देश और अंतरराष्ट्रीय स्तर की महत्वपूर्ण खबरें आप तक पहुंचा रहे हैं। हम क्यों अलग हैं? बिना किसी दबाव या पूर्वाग्रह के, हम सत्य की खोज करके शासन-प्रशासन में व्याप्त गड़बड़ियों और भ्रष्टाचार को उजागर करते है, हर वर्ग की समस्याओं को सरकार और प्रशासन तक पहुंचाना, समाज में जागरूकता और सदभावना को बढ़ावा देना हमारा ध्येय है। हम "प्राणियों में सदभावना हो" के सिद्धांत पर चलते हुए, समाज में सच्चाई और जागरूकता का प्रकाश फैलाने के लिए संकल्पित हैं।