इंदौर। बंगाली ओवर ब्रिज बनकर तैयार हो गया है। नगर निगम चुनाव की आचार संहिता लगने की वजह से लोकार्पण नहीं किया। सांसद व विधायक चाहते थे कि मुख्यमंत्री के हाथों रिबन काटा जाए, लेकिन जनता के सब्र का बांध टूट गया है। दो दिन पहले बैरिकेड हटाकर वाहन चालकों ने रास्ता खोल दिया जिस पर वाहन अब फर्राटे भर रहे हैं।
रिंग रोड पर कुछ प्रमुख चौराहे हैं जहां पर सुबह -शाम जाम की स्थिति बन जाती है। कई बार तो लंबे समय तक वाहन चालक को गुत्थमगुत्था करना पड़ता है तब जाकर जाम से मुक्ति मिलती है।
ये समस्या आज नहीं कुछ वर्षों से बनी हुई है। इसको देखते हुए विधायक महेंद्र हार्डिया ने मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान से एक स्मेलन में ब्रिज बनाए जाने की मांग की थी।
उस पर चौहान ने पीपल्याहाना व बंगाली ब्रिज की स्वीकृति दे दी तो 2018 में दोनों का काम एक साथ शुरू हो गया। आईडीए ने पीपल्याहाना ओवर ब्रिज का काम दिन-रात एक कर डेढ़ साल पूरा कर दिया, लेकिन बंगाली ओवर ब्रिज की गुत्थी उलझ गई।
निर्माण एजेंसी पीडŽल्यूडी की डिजाइन पर सवाल खड़े हो गए जिसको लेकर कम कुछ दिन रूक गया। अड़चन खत्म होने के बाद में काम तेज गति से हुआ। दो माह पहले ब्रिज लगभग बनकर तैयार हो गया।
उसके लोकार्पण को लेकर सांसद शंकर लालवानी व विधायक हार्डिया भव्य कार्यक्रम रखना चाहते थे, जिसमें मुख्यमंत्री चौहान को बुलाया जाना है। उनके हाथों रिबन काटने की योजना थी इस बीच नगर निगम चुनाव की आचार संहिता लग गई। तब से मामला अटका हुआ है।
इधर, बरसात की वजह से बंगाली ओवर ब्रिज के नीचे लंबा जाम लग जाता है जिसको देखते हुए जनता के सब्र का बांध टूट गया। दो दिन पहले उन्होंने बैरिकेड हटा दिए।
उसके साथ ब्रिज से आवागमन शुरू हो गया। दो पहिया से लेकर बस और ट्रक जैसे भारी वाहन भी गुजर रहे हैं। हालांकि ब्रिज पर ठेकेदार क्पनी का कुछ मटेरियल भी पड़ा है, लेकिन जनता मानने के लिए तैयार नहीं है। नीचे गुत्थम गुत्था होने के बजाए ब्रिज पर वाहनों की दौड़ लगा रहे हैं।
लोकार्पण के लिए आयोजन
रिंग रोड पर दूसरा ब्रिज बनने से भाजपा विधायक महेंद्र हार्डिया खासे खुश हैं। इसे वे अपनी बड़ी उपलब्धि मान रहे हैं।
उन्होंने पीपल्याहाना ओवर ब्रिज के उद्घाटन में मुख्यमंत्री चौहान से खजराना, रेडिसन, बॉम्बे हॉस्पिटल और मूसाखेड़ी में भी ओवर ब्रिज बनाने की मांग की थी। इसके उद्घाटन में भी वे कुछ और मांग करना चाहते हैं।
इसके चलते वे मुख्यमंत्री चौहान की मौजूदगी में बड़ा आयोजन करने के मूड में है। इसके लिए वे जनता के शुरू हुए ब्रिज को वे फिर से बंद कराएंगे।
भानगढ़ भी हो गया शुरू
इंदौर में ये दूसरी घटना है जब जनता ने उद्घाटन का इंतजार नहीं किया। कुछ समय पहले नगर निगम ने भानगढ़ का पुराना ब्रिज जर्जर होने की वजह से नया ब्रिज बना दिया गया।
ब्रिज बनकर तैयार था, लेकिन नेताओं को वरिष्ठों का इंतजार था। कुछ दिन इंतजार करने के बाद जनता ने खुद ही ब्रिज को खोल दिया और आवागमन शुरू हो गया।