लाखों की ठगी करके प्रेमी फरार; आशिक के चक्कर में महिला ने पति को दिया तलाक

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sadbhawnapaati
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इंदौर। मामला इंदौर का है जहाँ एक महिला ने अपने उस प्रेमी के लिए अपने पति को तलाक दे दिया। महिला बिजली कंपनी में नौकरी करती है, लेकिन प्रेमी के प्यार में अपने होश गवां बैठी। महिला ने लाखों रुपये भी प्रेमी के हवाले कर दिए, लेकिन जब प्रेमी की असलियत पता चली तो सिवाए पछताने के कुछ नही बचा।

मध्य प्रदेश पश्चिम क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी में नौकरी करने वाली इस महिला की दोस्ती फेसबुक के माध्यम से समीरा नाम की एक लड़की से हुई, काफी दिन तक चैटिंग के बाद महिला को पता चला कि समीरा कोई युवती नही बल्कि युवक रौनक अग्रवाल है और वही समीरा नाम से अपना फर्जी एकाउंट चला रहा है.

जिसके बाद महिला ने रौनक से बातचीत करनी शुरू कर दी, रौनक ने महिला को बताया कि वह मुम्बई में मॉडल है और उसके संबंध काफी हाई प्रोफाइल लोगो से है और अगर महिला चाहे तो वह उसकी नौकरी मुम्बई में लगवा सकता है.
महिला न सिर्फ रौनक के झांसे में आ गई बल्कि उसके प्रेम संबंध भी रौनक से हो गए, जिसके बाद महिला ने धीरे धीरे रौनक को पैसे देने शुरू कर दिए, इसी दौरान रौनक और महिला की नजदीकियां इतनी बढ़ी कि महिला ने अपने पति को ही तलाक दे दिया।

लाखों की ठगी करके प्रेमी फरार

हद तो तब हो गई जब रौनक ने महिला से मुंबई में फ्लैट लेने और साथ रहने के नाम पर लाखों रुपये ले लिए और फिर जब महिला ने उस पर इंदौर आने और मिलने का दवाब बनाया तो रौनक ने अपना फ़ोन ही बंद कर लिया।
महिला।लगातर रौनक से संपर्क करने की कोशिश करती लेकिन रौनक से कोई संपर्क नही हो पाया, जिसके बाद परेशान महिला को अपने ठगे जाने का एहसास हुआ उर उसने पुलिस में मामला दर्ज करवाया, पुलिस ने महिला की शिकायत पर रौनक को गिरफ्तार किया तो सच सामने आया कि रौनक मॉडल नही बल्कि टेली कंपनी में काम करता था और कोरोना काल के दौरान उसकी नौकरी भी चली गई.

बेरोजगारी की हालत में रौनक ने महिला को फंसा लिया, पुलिस ने रौनक को बताया कि उसने लड़की ले नाम से आईडी बनाई ताकि लड़कियों से बात कर सके और उसके इसी झांसे में महिला आ गई, फिलहाल पुलिस रौनक से पूछताछ कर रही है। वही महिला फर्जी प्रेमी के चक्कर में पति को खोकर अब सदमें की हालत में है।

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"दैनिक सदभावना पाती" (Dainik Sadbhawna Paati) (भारत सरकार के समाचार पत्रों के पंजीयक – RNI में पंजीकृत, Reg. No. 2013/54381) "दैनिक सदभावना पाती" सिर्फ एक समाचार पत्र नहीं, बल्कि समाज की आवाज है। वर्ष 2013 से हम सत्य, निष्पक्षता और निर्भीक पत्रकारिता के सिद्धांतों पर चलते हुए प्रदेश, देश और अंतरराष्ट्रीय स्तर की महत्वपूर्ण खबरें आप तक पहुंचा रहे हैं। हम क्यों अलग हैं? बिना किसी दबाव या पूर्वाग्रह के, हम सत्य की खोज करके शासन-प्रशासन में व्याप्त गड़बड़ियों और भ्रष्टाचार को उजागर करते है, हर वर्ग की समस्याओं को सरकार और प्रशासन तक पहुंचाना, समाज में जागरूकता और सदभावना को बढ़ावा देना हमारा ध्येय है। हम "प्राणियों में सदभावना हो" के सिद्धांत पर चलते हुए, समाज में सच्चाई और जागरूकता का प्रकाश फैलाने के लिए संकल्पित हैं।