राष्ट्रीय मूट कोर्ट प्रतियोगिता के दो दिवसीय समारोह का कार्यक्रम संपन्न 

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पूनम शर्मा
इंदौर। शासकीय नवीन विधि महाविद्यालय इंदौर (मध्य प्रदेश) के प्रांगण में दो दिवसीय मूट कोर्ट प्रतियोगिता का आयोजन दिनांक 14 मई 2022 आयोजित किया गया जिसका समापन कार्यक्रम दिनांक 15 मई 2022 को किया गया।
महाविद्यालय के विधि व्याख्याता राहुल सुखानी द्वारा जानकारी देते हुए बताया कि राष्ट्रीय मूट कोर्ट दो दिवसीय प्रतियोगिता कार्यक्रम का उद्घाटन पूर्व लोकसभा अध्यक्ष एवं पदम् भूषण से सम्मानित माननीय श्रीमती सुमित्रा महाजन (अतिथि एवं मुख्य वक्ता) द्वारा दिनांक 14 मई 2022 को प्रातः 10:30 पर किया गया।
उक्त उद्घाटन समारोह में अतिथिगण माननीय डॉ सुरेश सिलावट (अतिरिक्त संचालक उच्च शिक्षा विभाग), माननीय पुष्यमित्र भार्गव (अतिरिक्त महाधिवक्ता, उच्च न्यायालय खंडपीठ इंदौर), डॉ निशा दुबे (पूर्व कुलपति बरकतउल्ला विश्वविद्यालय), एवं डॉ सचिन शर्मा (राष्ट्रीय सेवा योजना – जिला संघठक अधिकारी) अतिथि एवं वक्ता के रूप में उपस्थिति होकर कार्यक्रम को गौरवान्वित किया।

राष्ट्रीय मूट कोर्ट प्रतियोगिता में तीन चरण निर्धारित किए गए जिसमें पहला चरण – प्रारंभिक, दूसरा चरण -सेमीफाइनल तथा तीसरा चरण- फाइनल रहा।

प्रतियोगिता के लिए संपूर्ण भारत में से 16 प्रतिभागियों की टीमों ने भाग लिया जिसमें प्रारंभिक चरण में अच्छा प्रदर्शन करने वाली चार टीमों को सेमीफाइनल के लिए चुना गया और अंतिम चरण के लिए दो टीमों का चयन किया गया।
कार्यक्रम के अगले दिन दिनांक 15 मई 2022 को फाइनल राउंड के लिए निर्णायक के रूप में मध्य प्रदेश उच्च न्यायालय खंडपीठ इंदौर के सेवानिवृत्
माननीय न्यायमूर्ति वेद प्रकाश शर्मा एवं मध्य प्रदेश उच्च न्यायालय खंडपीठ इंदौर के सेवानिवृत् माननीय न्यायमूर्ति सैयद अली नक़वी , माननीय लालसिंह भाटी (सेवानिवृत्त न्यायाधीश-जिला एवं सत्र न्यायाधीश), माननीय गुलाब शर्मा (सेवानिवृत्त न्यायाधीश-जिला एवं सत्र न्यायाधीश ) कार्यक्रम में उपस्थित होकर कार्यक्रम को गौरवान्वित किया।
कार्यक्रम का आरंभ मां सरस्वती के चरणों में दीप प्रज्वलन एवं माल्यार्पण से किया गया। कार्यक्रम में महाविद्याालय के प्राचार्य डॉ. इनार्मुरहमान ने मंच पर उपस्थित सभी अतिथियों का स्वागत करते हुए अतिथि परिचय दिया एवं प्राचार्य द्वारा अध्यक्षीय उद्बोधन से विद्यार्थीयों को अच्छे अधिवक्ता बनने के लिए आवश्यक गुणों की जानकारी दी एवं प्रतिभागियों को प्रेरित करते हुए प्रोत्साहित किया गया।
दो टीमें जिसमे एन.एल.यू.मुम्बई और एन.एल. यू. दिल्ली अंतिम चरण -फाइनल के लिए चुनी गई। मूट कोर्ट प्रतियोगिता एक काल्पनिक समस्या या समस्या वास्तविक जीवन के मामले पर भी आधारित हो सकती है।
फाइनल के कड़े मुकाबले में निर्णायकों द्वारा समस्या वास्तविक जीवन के मामले पर छात्रों को दी गई समस्या को सही ढंग से समझना और उसके साथ मुद्दों को तैयार किया गया।
बाद में, एक बार जब तथ्यों का विश्लेषण और मुद्दे तैयार किए गए तो उन्हें प्रस्तुत तथ्यों के बारे में सबसे उपयुक्त रूप से लागू कानूनों पर ध्यान दिया गया।

इसके बाद छात्रों की दोनों तरफ से तैयारी करवाई गई जिसमें एक ओर वादी तो दूसरी ओर प्रतिवादी/ओं की टीम रही।

वक्ताओं के वादों का प्रतिपरीक्षण करते हुए उनसे विधिक प्रावधानों, न्यायक्षेत्र के संबंध और मूट प्रोब्लम/समस्या से संबंधित प्रश्न पूछें गए जिसका प्रतिभागियों ने बड़ी वाक्पटुता और चतुराई से उत्तर दिया।
एन.एल. यू दिल्ली ने स्पर्धा में प्रथम स्थान प्राप्त कर पुरस्कार जीता। एन.एल.यु. मुम्बई (उपविजेता) ने द्वितीय स्थान प्राप्त किया। कार्यक्रम में सर्वश्रेष्ठ शोधकर्ता, सर्वश्रेष्ठ वक्ता और सर्वश्रेष्ठ मेमोरियल को भी पुरस्कृत किया गया।
कार्यक्रम के अंत में प्रो. सुहैल अहमद वाणी ने सभी का आभार व्यक्त किया। कार्यक्रम में कुल संख्या 180 के लगभग रही जिसमें महाविद्यालय के प्राध्यापकगण एवं विधिक क्षेत्र के विद्यार्थीगण द्वारा अपनी सहभागिता दी गई और कार्यक्रम को सफल बनाया।
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