हड़ताल कर रही नर्से मुख्यमंत्री को कोरोना योद्धा सम्मान लौटाएंगी

sadbhawnapaati
2 Min Read

Indore News । अपनी 12 सूत्रीय मांगों को लेकर नर्सो की चल रही प्रदेश स्तरीय हड़ताल तीसरे दिन भी जारी रही। शुक्रवार को नसों ने फिर एमवाय अस्पताल के मेन गेट के सामने धरना प्रदर्शन किया और जमकर नारेबाजी की। उन्होंने कहा कि सरकार हमारी मांग मानने को तैयार नहीं है। ऐसे में हम भी काम नहीं कर सकते। उन्होंने कहा मांगे पूरी नहीं होने पर वे 3 जुलाई को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह के इंदौर आगमन पर उन्हें मिला कोराना वॉरियर्स का अवार्ड लौटा देंगी। नसों की हड़ताल से अब धीरे-धीरे अस्पतालों के कामकाज पर असर पड़ रहा है। हालांकि हड़ताल के मामले में यहां शुरू से ही नर्सों के दो गुट हो गए हैं। एक गुट हड़ताल का समर्थन नहीं करते हुए पहले से ही काम कर रहा है जबकि दूसरा गुट अभी भी अपनी मांगों पर अडिग है। उनकी मांग है कि हमें भी अन्य प्रदेशों की तरह दूसरी ग्रेड दी जाए। पुरानी उच्च स्तरीय पेंशन योजना लागू की जाए तथा कोरोना काल में  जिन नर्सों की मौत हुई है उनके परिजनों को 50 लाख रु. की राशि दी जाए तथा उनके आश्रितों को अनुकंपा नियुक्ति दी जाए। नर्सों ने नुक्कड़ नाटक के माध्यम से भी सरकार को संदेश दिया।

[expander_maker id=”1″ more=”आगे पढ़े ” less=”Read less”] एनएचएम की नर्स भी समर्थन में शामिल

नेशनल हेल्थ मिशन (एनएनएन) से जुड़ी करों ने भी तीसरे दिन हड़ताल का समर्थन किया तथा चेतावनी दी कि अगर हमें भी फिर से नौकरी पर नहीं रखा गया तो हम भी कोरोना वॉरियर्स र अवार्ड लौटा देंगे। गौरतलब है कि फोटोना संक्रमण नियंत्रण के बाद एनएचएन ने सरकारी कोविंड अस्पतालों में कार्यरत 230 अस्थाई नसों की सेवाएं समाप्त कर दी हैं।

[/expander_maker]

Share This Article