मध्यप्रदेश में 5 से अधिक मेडिकल कॉलेज के जूनियर डॉक्टरों की हड़ताल में सुलह नहीं हो सकी। रविवार सुबह सुलह के संकेत मिल रहे थे। दोनों पक्ष नरम पड़े। लेकिन शाम साढ़े चार बजे के बाद जूनियर डॉक्टर और चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग की मुलाकात के बाद भी हड़ताल खत्म नहीं हुई। जूडा ने तीन और मांगे जोड़ दी हैं।
मंत्री ने कहा, हमने जूडा की मांगें पहले ही मान ली हैं। जूडा हाईकोर्ट के आदेश का सम्मान कर हड़ताल वापस ले और काम पर लौटे। वही, मंत्री से मिलने के बाद मध्यप्रदेश जूडा अध्यक्ष डॉक्टर अरविंद मीणा ने कहा, हम मंत्री जी से मिलने खुद आए थे। हम हड़ताल खत्म करना चाहते है, लेकिन मंत्री जी ने हमारी मांगों को लेकर न तो कोई आदेश दिया न कोई मीडिया के सामने कोई आश्वासन दिया। हमारी हड़ताल आगे भी जारी रहेगी।
जूडा की और ये 3 नयी मांगें
1- 31 मई के बाद इस्तीफा देने वाले डॉक्टरों पर की गई कार्रवाई को वापस लिया जाए।
2- 2018 के जूडा डॉक्टर, जिनका 3 साल का कार्यकाल पूरा हो चुका है उनको एसआर (सीनियर रेजीडेंट) माना जाए।
3- सरकार ने 17% स्टाइपेंड बढ़ाने पर सहमति दी है, जूडा 24% बढ़ाने की मांग की थी। अब जूडा ने 17 % के साथ बढ़ाने के साथ प्रतिमाह 3 या 4 चार हजार रुपये बढ़ाने की मांग की है।
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उधरकेन्द्रीय इस्पात राज्य मंत्री ने दी नयी हेल्थ टिप्स कहा शराब लोगों के लिए एक बड़ा टॉनिक है
एमपी के मंडला पहुंचे केंद्रीय इस्पात राज्यमंत्री फग्गन सिंह कुलस्ते ने शराब को लेकर बड़ा बयान दे डाला है, उन्होंने कहा है कि शराब लोगों के लिए एक बड़ा टॉनिक है और कोरोना के समय यह बहुत ही ज्यादा जरूरी चीज है, इसी वजह से शराब का सेवन करने वाले बहुत लोग हैं।
उन्होंने यह भी कहा कि कोरोना के कारण जब देश और राज्यों में लॉकडाउन हुआ, तो सभी दुकानें बंद हो गईं, जिसके बाद जैसे ही दुकानें खुली, लोग कैसे इसके पीछे दौड़ने लगे, इसके साथ ही उन्होंने कहा कि शराब लोगों के जरूरी होने के साथ ही सरकार का एक बड़ा रेवेन्यू भी है |
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