गुना कांड पर जयवर्धन सिंह और मंत्री महेन्द्र सिसोदिया में टि्वटर-वॉर, तस्वीरों को लेकर हो रहे हमले

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मध्य प्रदेश में पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह के बेटे और कांग्रेस विधायक जयवर्धन सिंह व राज्य सरकार के मंत्री महेन्द्र सिंह सिसोदिया के बीच टि्वटर-वॉर चल रहा है.

इस सोशल मीडिया युद्ध का कारण गुना में शिकारियों की गोली से तीन पुलिसकर्मियों की मृत्यु और उसके पीछे राजनीतिक संरक्षण का सवाल है.

दोनों एक दूसरे पर आरोपी शिकारियों के साथ गहरे रिश्ते होने का आरोप लगा रहे हैं. अपनी दलील को साबित करने के लिए ट्विटर पर आरोपियों के साथ पुरानी तस्वीरें भी शेयर की जा रही हैं.

गुना में काले हिरण के शिकार और पुलिसकर्मियों की हत्या के बाद बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा ने आरोपियों का संबंध राघौगढ़ किले यानी दिग्विजय सिंह के परिवार से बताया था.

उसके बाद से कांग्रेस विधायक जयवर्धन सिंह लगातार ट्विटर पर आरोपियों के संबंध मंत्री महेंद्र सिंह सिसोदिया से बता रहे हैं. जयवर्धन सिंह का आरोप है कि जिन शिकारियों ने पुलिसकर्मियों को गोली मारी वो हिरणों के शिकारी मंत्री महेन्द्र सिंह सिसोदिया की विशेष दावत में मिलने वाले चुनिंदा लोगों में शामिल हैं.

पता चल जाएगा, ये आपके हैं कौन…

जवाब में मंत्री ने जयवर्धन सिंह की एक आरोपी के साथ तस्वीर ट्वीट की है.  इसके साथ ही उन्‍होंने लिखा है कि जयवर्धन सिंह जी, ये रिश्‍ता क्‍या कहलाता है, जवाब दीजिए.

जिनके घर कांच के होते हैं उन्‍हें दूसरों पर पत्‍थर नहीं फेंकने चाहिए. इसका जवाब जयवर्धन सिंह ने लिखा कि मंत्रीजी, पांच साल पुराने एक मुस्‍लिम समाज के सार्वजनिक कार्यक्रम में रिश्‍ता तलाश रहे हो पर 5 दिन पुरानी शिकारियों के साथ विशेष दावत पर खामोश हो.

जयवर्धन सिंह ने इसके साथ ही आरोपियों की 15 दिन की कॉल डिटेल निकाल ली जाए तो पता चल जायेगा कि ये आपके हैं कौन? इसके बाद मंत्री सिसोदिया  ने लिखा कि वाह जयवर्धन सिंह जी, आपका फोटो आ जाए तो सार्वजनिक कार्यक्रम, दूसरे का आ जाए तो दावत. ये कैसा मापदंड है आपका.

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"दैनिक सदभावना पाती" (Dainik Sadbhawna Paati) (भारत सरकार के समाचार पत्रों के पंजीयक – RNI में पंजीकृत, Reg. No. 2013/54381) "दैनिक सदभावना पाती" सिर्फ एक समाचार पत्र नहीं, बल्कि समाज की आवाज है। वर्ष 2013 से हम सत्य, निष्पक्षता और निर्भीक पत्रकारिता के सिद्धांतों पर चलते हुए प्रदेश, देश और अंतरराष्ट्रीय स्तर की महत्वपूर्ण खबरें आप तक पहुंचा रहे हैं। हम क्यों अलग हैं? बिना किसी दबाव या पूर्वाग्रह के, हम सत्य की खोज करके शासन-प्रशासन में व्याप्त गड़बड़ियों और भ्रष्टाचार को उजागर करते है, हर वर्ग की समस्याओं को सरकार और प्रशासन तक पहुंचाना, समाज में जागरूकता और सदभावना को बढ़ावा देना हमारा ध्येय है। हम "प्राणियों में सदभावना हो" के सिद्धांत पर चलते हुए, समाज में सच्चाई और जागरूकता का प्रकाश फैलाने के लिए संकल्पित हैं।