अमृत योजना के तहत 18 से अधिक पानी की टँकी बनकर तैयार ,पाइपलाइन नहीं बिछाने के कारण जनता को नहीं मिल रहा पानी

By
sadbhawnapaati
"दैनिक सदभावना पाती" (Dainik Sadbhawna Paati) (भारत सरकार के समाचार पत्रों के पंजीयक – RNI में पंजीकृत, Reg. No. 2013/54381) "दैनिक सदभावना पाती" सिर्फ एक समाचार...
3 Min Read

इंदौर । केंद्र सरकार की महत्वपूर्ण अमृत योजना के तहत शहर में देखा जाए तो लगभग 18 से अधिक पानी की टंकियों का निर्माण हो चुका है और अब शेष आठ से 10 टंकी का निर्माण और होना है। इसके बावजूद जनता को नर्मदा का पानी इसलिए नहीं मिल रहा है क्योंकि पहले ही धीमी गति से पानी की टंकी सप्लाई के लिए पाइप लाइन बिछाने का काम चला और अब लॉकडाउन के कारण बंद है।

बताया जाता है कि मयूर नगर, मूसाखेड़ी से लेकर तेजाजी नगर, सिलिकॉन सिटी, स्कीम नंबर 71 से लेकर पालीवाल नगर, श्रीनगर कुशवाह नगर, अगरबत्ती कॉन्प्लेक्स, भूरी टेकरी से लेकर अन्य कई इलाकों में पानी की टंकी बनकर तैयार है। खंडवा रोड स्थित रानी बाग से लेकर कुछ अन्य इलाके में यहां पर भी पानी की टंकियों का काम लगभग पूरा हो चुका है | लेकिन लाइन जोड़ने टेस्टिंग सहित अन्य काम पूरे नहीं होने और लॉकडाउन लगने के कारण परेशानी शुरू हो गई है,  जबकि पहले कहा गया था कि बाईपास सहित कई बड़ी कंपनियों में नर्मदा का पानी पहुंचेगा और उन इलाकों में पहली बार नर्मदा का पानी पहुंचेगा जो ग्रामीण क्षेत्र को शहरी वार्ड में जोड़ा गया है।

[expander_maker id=”1″ more=”आगे पढ़े ” less=”Read less”]

 ऐसे में लॉकडाउन लगने के कारण ठेकेदार कंपनी द्वारा काम बंद कर दिया गया तो दूसरी और मजदूर नहीं मिलने के कारण भी परेशानी शुरू हो गई है। इस गर्मी में भी देखा जाए तो कई दूरदराज की कालोनियों में निवास करने वाले लोगों को नर्मदा का पानी नहीं मिल पा रहा है। हालांकि काम काज तो चल रहा है लेकिन अभी की स्थिति में देखे जाए तो कई काम अधूरे हैं । अब यह भी कहा जा रहा है कि बड़े पैमाने पर पानी की टंकियों का निर्माण का काम लगभग पूरा हो चुका है | अभी जिन टंकियों का निर्माण कार्य पूरा हो चुका है उसमें जुड़ी कालोनियों के लिए पानी की पाइप लाइन बिछाने का काम पूरा हो गया लेकिन यहां पर भी लाइन जोड़ने और टेस्टिंग का काम अधूरा रह गया है।

नर्मदा प्रोजेक्ट से जुड़े मुख्य इंजीनियर संजीव श्रीवास्तव ने बताया कि लॉकडाउन के कारण थोड़ी परेशानी रही है अब नर्मदा का पानी शीघ्र सप्लाई हो सके, इसका प्रयास होगा।

[/expander_maker]

Share This Article
Follow:
"दैनिक सदभावना पाती" (Dainik Sadbhawna Paati) (भारत सरकार के समाचार पत्रों के पंजीयक – RNI में पंजीकृत, Reg. No. 2013/54381) "दैनिक सदभावना पाती" सिर्फ एक समाचार पत्र नहीं, बल्कि समाज की आवाज है। वर्ष 2013 से हम सत्य, निष्पक्षता और निर्भीक पत्रकारिता के सिद्धांतों पर चलते हुए प्रदेश, देश और अंतरराष्ट्रीय स्तर की महत्वपूर्ण खबरें आप तक पहुंचा रहे हैं। हम क्यों अलग हैं? बिना किसी दबाव या पूर्वाग्रह के, हम सत्य की खोज करके शासन-प्रशासन में व्याप्त गड़बड़ियों और भ्रष्टाचार को उजागर करते है, हर वर्ग की समस्याओं को सरकार और प्रशासन तक पहुंचाना, समाज में जागरूकता और सदभावना को बढ़ावा देना हमारा ध्येय है। हम "प्राणियों में सदभावना हो" के सिद्धांत पर चलते हुए, समाज में सच्चाई और जागरूकता का प्रकाश फैलाने के लिए संकल्पित हैं।