Ranji Trophy: 2021-22 Final: Historic victory of Madhya Pradesh, defeating 41-time champion Mumbai by six wickets, won the title for the first time.
Cricket News. मध्य प्रदेश ने शानदार प्रदर्शन करते हुए 41 बार की विजेता मुम्बई को हराकर पहली बार रणजी ट्रॉफी 2021-22 का खिताब जीतकर इतिहास रचा है। यहां बेंगलुरु के एम चिन्नास्वामी स्टेडियम में खेले गए फाइनल मुकाबले में मध्यप्रदेश को जीत के लिए दूसरी पारी में 108 का रनों का आसान सा लक्ष्य मिला जो उसने केवल चार विकेट के नुकसान पर हासिल कर लिया।
दूसरी पारी में मप्र की ओर से हिमांशु मंत्री ने सबसे ज्यादा 37 रन बनाए जबकि शुभम शर्मा ने 30 रन बनाये। रजत पाटीदार ने नाबाद 30 रन बनाये और कप्तान आदित्य श्रीवास्तव नाबाद 1 के साथ ही टीम को लक्ष्य तक पहुंचाया। इससे पहले आज पांचवे दिन मुम्बई की टीम अपनी दूसरी पारी में 269 रनों पर ही आउट हो गयी।
मुंबई ने पहली पारी में 374 जबकि मप्र ने 536 रन बनाये थे। इस प्रकार मप्र को पहली पारी के आधार पर 162 रनों की बढ़त मिली हुई थी। पांचवें दिन के शुरुआती सत्र में ही मुंबई ने बचे हुए आठ विकेट खो दिये।
मुंबई की ओर से दूसरी पारी में कप्तान पृथ्वी शॉ ने 44 , सरफराज ने 45 और सुवेद पारकर ने सबसे ज्यादा 51 रन बनाये पर बाकी बल्लेबाज टिक नहीं पाये। वहीं मप्र की ओर से कुमार कार्तिकेय ने सबसे ज्यादा चार विकेट लिए जबकि गौरव यादव और पार्थ साहनी और गौरव यादव ने 2-2 विकेट लिए।
इस मैच में टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करते हुए मुंबई ने सरफराज खान के शतक के अलावा यशस्वी जायसवाल और पृथ्वी शॉ की अच्छी बल्लेबाजी की सहायता से पहली पारी में 374 रन बनाये थे पर इसके बाद मप्र की ओर से रजत पाटीदार, शुभम शर्मा और यश दुबे ने शतक लगाकर मुंबई को करारा जवाब दिया।
मध्य प्रदेश की टीम ने 87 साल के रणजी ट्रॉफी इतिहास में अपना दूसरा फाइनल खेला। वहीं 41 बार की चैम्पियन मुंबई की टीम रिकॉर्ड 47वां फाइनल मुकाबला खेला। सेमीफाइनल मुकाबले में जहां मध्य प्रदेश ने बंगाल को 174 रनों से हराया था। वहीं मुंबई ने पहली पारी में मिली बढ़त के आधार पर उत्तर प्रदेश पर जीत हासिल की थी।
मध्य प्रदेश की टीम इससे पहले साल बार 1998 में चंद्रकात पंडित की कप्तानी में फाइनल तक पहुंची थी पर तब उसे हार का सामना करना पड़ा थ। अब 24 साल बाद पंडित के कोच रहते मप्र ने रणजी ट्रॉफी जीती है।