वित्त सचिव Subhash Chandra Garg ने कहा- GDP को लग सकती है 20 लाख करोड़ की चपत |

By
sadbhawnapaati
"दैनिक सदभावना पाती" (Dainik Sadbhawna Paati) (भारत सरकार के समाचार पत्रों के पंजीयक – RNI में पंजीकृत, Reg. No. 2013/54381) "दैनिक सदभावना पाती" सिर्फ एक समाचार...
2 Min Read

 

जीडीपी में पहली तिमाही मं रिकॉर्ड 23.9 फीसदी गिरावट के सवाल पर कहा कि यह नुकसान देशव्यापी लॉकडाउन की रणनीति सही नहीं होने के कारण हुआ है। अर्थव्यवस्था से जुड़े मुद्दों पर सुझाव देते हुए उन्होंने कहा लॉकडाउन के कारण कोरोना का प्रसार कम तो हुआ लेकिन इससे नुकसान कहीं ज्यादा हुआ। आर्थिक हालात चौथी तिमाही तक ही सामान्य हो सकेंगे। तब तक देश में जीडीपी को कोविड19 और उसके प्रभावों से कुल 10-11 फीसदी यानी करीब 20 लाख करोड़ की क्षति हो चुकी होगी।

आत्मनिर्भर भारत पैकेज का लाभ ज्यादा से ज्यादा सूक्ष्म और छोटे उद्यमों तक पहुंचाने और बेरोजगार हुए मजदूरों की विशेष सहायता करने में किया जाना चाहिए। साथ ही बुनियादी ढांचा क्षेत्र में सरकारी निवेश बढ़ाए जाने की रणनीति पर भी काम करने की जरूरत है। छोटे उद्योगों को बड़ा झटका : – गर्ग ने कहा कि लॉकडाउन से सूक्ष्म लघु उद्योगों को बड़ा झटका लगा है। करीब 7.5 करोड़ एमएमएमई को मदद की जरूरत है । आत्मनिर्भर भारत के तहत जो योजनाएं पेश की गईं हैं, उनका लाभ 40-45 लाख को ही मिल पा रहा है। बड़ा वर्ग जो अभी भी अछूता है, सरकार को उन्हें सीधे अनुदान देना चाहिए।

Share This Article
Follow:
"दैनिक सदभावना पाती" (Dainik Sadbhawna Paati) (भारत सरकार के समाचार पत्रों के पंजीयक – RNI में पंजीकृत, Reg. No. 2013/54381) "दैनिक सदभावना पाती" सिर्फ एक समाचार पत्र नहीं, बल्कि समाज की आवाज है। वर्ष 2013 से हम सत्य, निष्पक्षता और निर्भीक पत्रकारिता के सिद्धांतों पर चलते हुए प्रदेश, देश और अंतरराष्ट्रीय स्तर की महत्वपूर्ण खबरें आप तक पहुंचा रहे हैं। हम क्यों अलग हैं? बिना किसी दबाव या पूर्वाग्रह के, हम सत्य की खोज करके शासन-प्रशासन में व्याप्त गड़बड़ियों और भ्रष्टाचार को उजागर करते है, हर वर्ग की समस्याओं को सरकार और प्रशासन तक पहुंचाना, समाज में जागरूकता और सदभावना को बढ़ावा देना हमारा ध्येय है। हम "प्राणियों में सदभावना हो" के सिद्धांत पर चलते हुए, समाज में सच्चाई और जागरूकता का प्रकाश फैलाने के लिए संकल्पित हैं।
12 Comments