इंदौर के युवाओं ने संभाला 3 प्रान्त का मोर्चा व्हाट्सएप ग्रुप बनाकर रक्तदान और प्लाज्मा उपलब्ध करवाया

By
sadbhawnapaati
"दैनिक सदभावना पाती" (Dainik Sadbhawna Paati) (भारत सरकार के समाचार पत्रों के पंजीयक – RNI में पंजीकृत, Reg. No. 2013/54381) "दैनिक सदभावना पाती" सिर्फ एक समाचार...
2 Min Read

संस्था विद्यादान द्वारा कोरोना से संबंधित जरुरी मेडिकल संसाधन लोगो तक पहुंचाने के लिए 300 वॉलंटियर का ग्रूप बनाया गया है जो मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश और दिल्ली
मे  प्लस्मा, ऑक्सीजन, एम्बुलेंस, पलंग और इत्यादी के लिए लगातार प्रयास कर रहे है ।  व्हाट्सएप ग्रुप्स बनाकर कॉलेज और यूनिवर्सिटी के छात्रों को जोड़कर हॉस्पिटल से सम्पर्क कर लगातार त्वरित मदद मरीज़ों को उपलब्ध करवाई जा रही है । इंदौर,ग्वालियर, दिल्ली लखनऊ में संस्था के वॉलिंटियर्स द्वारा हेल्पलाइन जारी कर एम्बुलेंस, रक्त, प्लाज्मा उपलब्ध करवाया जा रहा मेडिसिन के लिए भी संस्था द्वारा विभिन्न मेडिकल संस्थानों से संपर्क डे टू डे दवाइयों की उपलब्धता और पहुंच मरीजों तक दी जा रही है ।

[expander_maker id=”1″ more=”आगे पढ़े ” less=”Read less”]

संस्था के संस्थापक अधिवक्ता राकेश सिंह भदौरिया एवं सहसंस्थापक अधिवक्ता मानवर्द्धन सिंह तोमर के संस्था की कोर टीम अधिवक्ता हर्षदीप , रिषभ यादव, उत्कर्ष शर्मा, काव्य गोयल, प्राची जी,  शिखा जी द्वारा यह ग्रूप संचालित कराया जा रहा है। शासकीय अधिवक्ता आदित्य गर्ग द्वारा भी संस्था को हरसंभव मदद प्रदान की जा रही है जिससे संस्था को अधिवक्ताओं का भी साथ मिला है, जिससे अभी तक 800 लोगों की मदद हो गई है और लगातार यह ग्रुप काम कर रहा है।

 [/expander_maker]

Share This Article
Follow:
"दैनिक सदभावना पाती" (Dainik Sadbhawna Paati) (भारत सरकार के समाचार पत्रों के पंजीयक – RNI में पंजीकृत, Reg. No. 2013/54381) "दैनिक सदभावना पाती" सिर्फ एक समाचार पत्र नहीं, बल्कि समाज की आवाज है। वर्ष 2013 से हम सत्य, निष्पक्षता और निर्भीक पत्रकारिता के सिद्धांतों पर चलते हुए प्रदेश, देश और अंतरराष्ट्रीय स्तर की महत्वपूर्ण खबरें आप तक पहुंचा रहे हैं। हम क्यों अलग हैं? बिना किसी दबाव या पूर्वाग्रह के, हम सत्य की खोज करके शासन-प्रशासन में व्याप्त गड़बड़ियों और भ्रष्टाचार को उजागर करते है, हर वर्ग की समस्याओं को सरकार और प्रशासन तक पहुंचाना, समाज में जागरूकता और सदभावना को बढ़ावा देना हमारा ध्येय है। हम "प्राणियों में सदभावना हो" के सिद्धांत पर चलते हुए, समाज में सच्चाई और जागरूकता का प्रकाश फैलाने के लिए संकल्पित हैं।