Education News. मध्य प्रदेश के 120 कॉलेजों के लिए बड़ी खबर है। दरअसल नैक निरीक्षण (NAAC Inspection) अनिवार्य किए जाने के बाद अब मध्य प्रदेश के 120 कॉलेजों को उच्च शिक्षा विभाग द्वारा निरीक्षण के लिए चुना गया है।
इसके लिए अब शासकीय और निजी कॉलेज भी आवेदन में लगे हुए हैं। वहीं दिसंबर 2022 तक नैक की टीम निरीक्षण के लिए कॉलेजों में दौरा करेगी।
कॉलेजों को निर्देश दिए गए हैं। अलग-अलग कॉलेजों को मापदंड पर खरा उतरना होगा। इसके लिए विश्वविद्यालय को मदद की जिम्मेदारी दी गई है।
कॉलेज को इन मापदंड पर खरा उतरने के लिए कई चरणों से गुजरना होगा। इंदौर में तीन शासकीय कॉलेज को जल्द नैक निरीक्षण का मौका मिल सकता है।
दरअसल टीम इंदौर के तीन शासकीय कॉलेज में नैक निरीक्षण करने आएंगे। इसके लिए देवी अहिल्या विश्वविद्यालय द्वारा इन कॉलेजों की मदद की जाएगी।
साथ ही यूजीसी ने शासकीय और निजी कॉलेज को 2022 तक कॉलेजों को नैक का मूल्यांकन करवाने के निर्देश दिए थे। हालांकि कोरोना की वजह से यह मामला बीच में अटक गया था।
अब यूजीसी द्वारा इस प्रक्रिया को पूरी करने के लिए 2024-25 तक का समय दिया गया है। शासकीय कॉलेज अब नैक की डिग्री लेने के लिए आवेदन की प्रक्रिया पर जोर दे रहे हैं।
बता दे कि नैक ग्रेडिंग मिलने के साथ ही कॉलेजों को अनुदान मिलना शुरू हो जाएगा। जितनी अच्छी नैक ग्रेडिंग संस्थान को मिलेगी।
उतने ही अनुदान केंद्र और राज्य एजेंसियों द्वारा कॉलेजों को आवंटित किया जाएगा। वही आंकड़ों की बात करें तो मध्य प्रदेश में कुल 300 कॉलेज में निरीक्षण की प्रक्रिया शुरू कर दी है।
जिसमें शासकीय कॉलेज की संख्या अधिक है। कॉलेज में से विभाग ने 120 कॉलेजों का चयन किया है जिसमें नैक का निरीक्षण करवाया जाएगा।