मुक्तिधाम में अस्थि संचय के लिए देना पड़ा 30 दिन का टाइम लिमिट

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sadbhawnapaati
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* समय सीमा में अस्थि संचय नहीं लिया तो नगर निगम या सामाजिक संस्थाएं अस्थियों का करेंगे विसर्जन
* मामला पंचकुइया स्थित मुक्तिधाम का
इंदौर 31 मई। पंचकुइया मुक्तिधाम में हजारों अस्थि कलश रखे हुए हैं और हालत यह है कि यहां पर अस्थियां रखने की जगह तक नहीं बची है। ऐसे में यहां मोक्षधाम विकास समिति द्वारा यह प्रचारित करते हुए विज्ञापन तक दिया गया है जिसमें 30 दिन की समय सीमा भी निर्धारित की है।
इस मुक्तिधाम में बीते कुछ वर्षों से अस्थि कलश बड़ी संख्या में रखे हुए हैं लेकिन जिन परिवारों द्वारा विगत समय में दाह संस्कार किया गया है उनके परिजनों की अस्थि संचय कोई लेने आया ही नहीं है। ऐसे में परेशान होकर मोक्षधाम विकास समिति की ओर से विज्ञापन भी दिया गया है जिसमें कहा गया है कि यदि 30 दिन में जिन परिवारों का विगत समय में दाह संस्कार हुआ उनके द्वारा यदि अस्थि संचय नहीं किया तो सामाजिक संस्थाएं या नगर निगम द्वारा नर्मदा जी ले जाकर विसर्जन का ससम्मान कर दिया जाएगा। सामाजिक संगठनों द्वारा इस तरह की अस्थियों का विसर्जन नर्मदा जी में जाकर किया जा सकता है।

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बीते 1 वर्ष से महामारी के दौरान भी मृतकों की संख्या में इजाफा हुआ और अस्थि संचय के लिए किसी ने रुचि ही नहीं दिखाई है इसलिए अब यह निर्णय लिया गया है। हालांकि विज्ञापन देने के बावजूद भी अस्थि संचय के लिए लोग बराबर नहीं आ रहे हैं, जबकि दाह संस्कार भी मुक्तिधाम में काम करने वाले या सेवाएं देने वाले लोगों द्वारा किया जा रहा है। इस महामारी में जिस तरह से भयावह स्थिति देखने को मिली है उसको देखते हुए अकेले पंचकुइया मुक्तिधाम में ही बड़े पैमाने पर अस्थि रखी हुई है।
पंचकुइया मोक्ष धाम विकास समिति के वैभव बाहेती ने बताया कि यहां पर एक दो नहीं हजारों की संख्या में अस्थि कलश रखे हुए हैं और यहां अब जगह नहीं बची है। ऐसे में विज्ञापन में 30 दिन की समय सीमा निर्धारित की है।

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