43वें ग्रीष्मकालीन बैडमिंटन शिविर का समापन 

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sadbhawnapaati
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इन्दौर। इन्दौर जिला बैडमिंटन संगठन द्वारा आयोजित 43वें ग्रीष्मकालीन बैडमिंटन प्रशिक्षण शिविर का समापन इन्दौर के एडीएम अभय बेडेकर के मुख्य आतिथ्य में हुआ।
नेहरु स्टेडियम बैडमिंटन हाल में हुए इस शिविर में बालिकाओं में यादवी शर्मा 9 वर्ष, हिमांशी वर्मा 11 वर्ष, काव्या राठौर 13 वर्ष और एश्ले अनिल 15 वर्ष आयु में अव्वल रही।
बालकों में आदि जैन 9 वर्ष, आधयान कुरैशी 11 वर्ष, देवांश व्यास 13 वर्ष और मानव सिलावट 15 वर्ष आयु में विजेता रहे।
इन्दौर जिला एडीएम अभय बेडेकर ने पुरस्कार वितरण किया। इन्दौर जिला बैडमिंटन संगठन अध्यक्ष किशन ओझा, उपाध्यक्ष अनिल भंडारी और सचिव आर पी सिंह नैयर, नन्हे खिलाड़ी कुशाग्र चौबे ने अतिथ‍ि स्वागत किया।
इन्दौर जिला बैडमिंटन संगठन सह सचिव धर्मेश यशलहा ने संचालन किया। शिविर के प्रशिक्षकों सुधांशु व्यास, मनीष त्रिवेदी और रुबी नैयर को भी सम्मानित किया गया। सभी शिविरार्थी को टी-शर्ट और प्रमाण-पत्र दिए गए।
बालिकाओं में कनिष्ठा चौहान 9 वर्ष, प्रिशा जैन 11 वर्ष, इशिता व्यास 13 वर्ष और जयश्री चौहान 15 वर्ष में दूसरे स्थान पर रही। बालकों में मनन सिंघल 9 वर्ष, रोशन जिबिन 11 वर्ष, रोहित जोशी 13 वर्ष और नील जजवारा 15 वर्ष आयु में दूसरे स्थान पर रहे।
एडीएम अभय बेडेकर ने कहा कि बच्चों को सालभर खेलना चाहिए तभी वे साइना नेहवाल, पीवी सिंधु, के श्रीकांत और लक्ष्य सेन जैसे खिलाड़ी बन सकेंगे। ऐसे ही शिविरों से खिलाड़ी बनने की प्रेरणा मिलती हैं। तीन सप्ताह का शिविर सुबह और शाम को दो सत्रों में लगा।
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"दैनिक सदभावना पाती" (Dainik Sadbhawna Paati) (भारत सरकार के समाचार पत्रों के पंजीयक – RNI में पंजीकृत, Reg. No. 2013/54381) "दैनिक सदभावना पाती" सिर्फ एक समाचार पत्र नहीं, बल्कि समाज की आवाज है। वर्ष 2013 से हम सत्य, निष्पक्षता और निर्भीक पत्रकारिता के सिद्धांतों पर चलते हुए प्रदेश, देश और अंतरराष्ट्रीय स्तर की महत्वपूर्ण खबरें आप तक पहुंचा रहे हैं। हम क्यों अलग हैं? बिना किसी दबाव या पूर्वाग्रह के, हम सत्य की खोज करके शासन-प्रशासन में व्याप्त गड़बड़ियों और भ्रष्टाचार को उजागर करते है, हर वर्ग की समस्याओं को सरकार और प्रशासन तक पहुंचाना, समाज में जागरूकता और सदभावना को बढ़ावा देना हमारा ध्येय है। हम "प्राणियों में सदभावना हो" के सिद्धांत पर चलते हुए, समाज में सच्चाई और जागरूकता का प्रकाश फैलाने के लिए संकल्पित हैं।