कोरोना महामारी के दौर में इंदौर पुलिस की सेवा को सैल्यूट…..

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इंदौर. कोरोना संक्रमण से जूझती इंदौर पुलिस (Indore Police) फिर जरुरत मंदों के लिए फरिश्ता बन गयी है. फिर वही कोरोना है और फिर वही पिछले साल वाले हालात हैं. जगह-जगह लॉक डाउन है और मजदूरों (Labours) का पलायन शुरू हो गया है. इन सब कठिन हालात में पुलिस सबकी मदद कर रही है.

कोरोना संक्रमण बढ़ने के कारण बाहरी राज्यों से एक बार फिर बड़ी संख्या में पलायन शुरू हो गया है. कुछ इलाकों में लॉक डाउन है तो कही अधिक संक्रमण होने की वजह से काम काज ठप्प पड़े हुए हैं. लिहाजा ऐसे में मजदूरों की खासी फजीहत हो रही है. बड़ी संख्या में महाराष्ट्र और उसके आस पास के इलाकों के लोग घर लौट रहे हैं. आगरा बॉम्बे हाईवे पर इन्हें देखा जा सकता है. कोई अपने ऑटो टैक्सी से तो कुछ सायकिल या पैदल ही सड़क नाप रहे हैं. जब बड़ी संख्या में पलायन करने वाले दिखाई दिए तो राऊ थाना प्रभारी नरेंद्र रघुवंशी ने एक हजार वर्गफीट के इलाके में टेंट लगवाया. वहां आते जाते मजदूरों से ठहर कर कुछ देर आराम करने का अनुरोध किया. इनके लिए भोजन पानी, चाय बिस्किट इंतज़ाम किया गया है एक ऐसी भी तस्वीर देखने मिली जब महाराष्ट्र से सटे खेतिया से एक युवक साइकिल से अपने घर दरभंगा लौट रहा था. उसकी चप्पल टूटी हुई थी और जेब मे महज 400 ₹ थे. थाना प्रभारी रघुवंशी ने एक ट्रक चालक के साथ उसे उसके घर भिजवाया.उसका किराया और रास्ते में खर्च के लिए पैसे दिये.

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राउ थाना प्रभारी नरेंद्र रघुवंशी के मुताबिक बायपास पर बड़ी संख्या में पलायन करने वाले नजर आ रहे थे. बायपास पर टेंट लगाकर विश्राम स्थल तैयार किया गया है. इसी तरह पलायन के दौरान एक बच्ची को पैर में चोट लग गई. घायल बच्ची को पुलिस ने नजदीक के हॉस्पिटल में भेजकर इलाज करवाया. पुलिस के विश्राम स्थल पर प्रवासी मजदूरों का आना-जाना लगातार बना हुआ है.

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"दैनिक सदभावना पाती" (Dainik Sadbhawna Paati) (भारत सरकार के समाचार पत्रों के पंजीयक – RNI में पंजीकृत, Reg. No. 2013/54381) "दैनिक सदभावना पाती" सिर्फ एक समाचार पत्र नहीं, बल्कि समाज की आवाज है। वर्ष 2013 से हम सत्य, निष्पक्षता और निर्भीक पत्रकारिता के सिद्धांतों पर चलते हुए प्रदेश, देश और अंतरराष्ट्रीय स्तर की महत्वपूर्ण खबरें आप तक पहुंचा रहे हैं। हम क्यों अलग हैं? बिना किसी दबाव या पूर्वाग्रह के, हम सत्य की खोज करके शासन-प्रशासन में व्याप्त गड़बड़ियों और भ्रष्टाचार को उजागर करते है, हर वर्ग की समस्याओं को सरकार और प्रशासन तक पहुंचाना, समाज में जागरूकता और सदभावना को बढ़ावा देना हमारा ध्येय है। हम "प्राणियों में सदभावना हो" के सिद्धांत पर चलते हुए, समाज में सच्चाई और जागरूकता का प्रकाश फैलाने के लिए संकल्पित हैं।