Indore Health News : होम्योपैथी डॉक्टरों के भरोसे चल रहे अस्पताल, लूट अनवरत जारी

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"दैनिक सदभावना पाती" (Dainik Sadbhawna Paati) (भारत सरकार के समाचार पत्रों के पंजीयक – RNI में पंजीकृत, Reg. No. 2013/54381) "दैनिक सदभावना पाती" सिर्फ एक समाचार...
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इंदौर में मंगलवार को शिकायत के बाद जांच के लिए संगम नगर क्षेत्र के संगम नगर हॉस्पिटल पहुंची प्रशासन की टीम को वहां अजीब ही नजारा देखने को मिला। एक मरीज के बेटे ने शिकायत की थी कि इलाज के लिए उनसे रोजाना 50 हजार रुपए लिए जा रहे हैं, मेडिक्लेम होने के बाद भी उन्हें बिल तक नहीं दिया जा रहा है। आईसीयू के रोज 25 हजार और दवाइयों के 20 हजार मांग रहे हैं। अन्य खर्च अलग। किस मद में कितना शुल्क लेने की जानकारी मांगी जा रही है तो वह भी नहीं बता रहे हैं।

उधर, कार्रवाई के दौरान अस्पताल में बीएचएमएस (होम्योपैथ) काम करते नजर आए। अस्पताल प्रबंधन कोई जवाब नहीं दे पाया।

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न योग्य डॉक्टर और न नर्सें प्रशिक्षित, सवालों के जवाब नहीं दे पाए 

जब टीम जांच के लिए पहुंची तो वहां कोई एमबीबीएस या एमडी डॉक्टर नहीं था। बीएचएमएस (होम्योपैथी) काम करते नजर आए। नर्सें भी प्रशिक्षित नहीं थीं। टीम ने उनसे सामान्य सवाल पूछे तो वे उसका भी जवाब नहीं दे पाईं। जब शिकायतकर्ता के मरीज के बिल देखे तो तीन दिन के 75 हजार रुपए लिए गए। इसके अलावा 43 हजार का बिल अलग दिया गया। बिल में आईवी सेट की दो अलग-अलग दरें लिखी थीं। एक बार 206 और एक बार 126 रुपए वसूले गए। ग्लव्स के नाम पर 1200 रुपए लगाए गए। मरीज आईसीयू में था या नहीं, यह भी साफ नहीं हो पाया।

ज्ञात हो की बीएचएमएस डॉक्टर को एलोपैथी प्रैक्टिस करने की अनुमति नहीं है फिर भी शहर के अधिकांश अस्पतालों में ड्यूटी डॉक्टर के रूप में यही कार्यरत है | प्रशासन इस और ध्यान ही नहीं देता | 

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"दैनिक सदभावना पाती" (Dainik Sadbhawna Paati) (भारत सरकार के समाचार पत्रों के पंजीयक – RNI में पंजीकृत, Reg. No. 2013/54381) "दैनिक सदभावना पाती" सिर्फ एक समाचार पत्र नहीं, बल्कि समाज की आवाज है। वर्ष 2013 से हम सत्य, निष्पक्षता और निर्भीक पत्रकारिता के सिद्धांतों पर चलते हुए प्रदेश, देश और अंतरराष्ट्रीय स्तर की महत्वपूर्ण खबरें आप तक पहुंचा रहे हैं। हम क्यों अलग हैं? बिना किसी दबाव या पूर्वाग्रह के, हम सत्य की खोज करके शासन-प्रशासन में व्याप्त गड़बड़ियों और भ्रष्टाचार को उजागर करते है, हर वर्ग की समस्याओं को सरकार और प्रशासन तक पहुंचाना, समाज में जागरूकता और सदभावना को बढ़ावा देना हमारा ध्येय है। हम "प्राणियों में सदभावना हो" के सिद्धांत पर चलते हुए, समाज में सच्चाई और जागरूकता का प्रकाश फैलाने के लिए संकल्पित हैं।