इंदौर .नर्सिंग स्टाफ लंबित मांगें पूरी करने के लिए सोमवार को सामूहिक अवकाश पर रहा। करीब 500 मेल और फीमेल स्टाफ के अवकाश पर रहने से एमजीएम मेडिकल कॉलेज से संबद्ध एमवायएच, चाचा नेहरू, कैंसर, एमटीएच, सुपर स्पेशियलिटी सहित अन्य अस्पतालों की व्यवस्था बुरी तरह चरमरा गई।
हालांकि हड़ताल की सूचना पहले से होने की वजह से कॉलेज प्रबंधन ने कुछ व्यवस्था की थी, लेकिन मरीजों की संख्या के अनुपात में वह नाकाफी रही। इसके चलते ओपीडी से ओटी और वार्ड से लैबोरेटरी तक मरीज और उनके परिजन परेशान होते रहे। न तो उन्हें समय पर दवाइयां मिलीं और न ही जांच हो सकी। ओपीडी में भी डॉक्टर तो समय पर पहुंचे, लेकिन व्यवस्था बनाने के लिए डॉक्टर नहीं होने से वहां अव्यवस्था फैल गई।
हालांकि हड़ताल की सूचना पहले से होने की वजह से कॉलेज प्रबंधन ने कुछ व्यवस्था की थी, लेकिन मरीजों की संख्या के अनुपात में वह नाकाफी रही। इसके चलते ओपीडी से ओटी और वार्ड से लैबोरेटरी तक मरीज और उनके परिजन परेशान होते रहे। न तो उन्हें समय पर दवाइयां मिलीं और न ही जांच हो सकी। ओपीडी में भी डॉक्टर तो समय पर पहुंचे, लेकिन व्यवस्था बनाने के लिए डॉक्टर नहीं होने से वहां अव्यवस्था फैल गई।
सामूहिक अवकाश होने के कारण जिलाध्यक्ष धर्मेंद्र पाठक के नेतृत्व में पूरा स्टाफ एमवायएच के गेट पर एकत्र हुआ और मांगें पूरी करने के लिए नारेबाजी करते हुए प्रदर्शन किया। पाठक ने बताया कि सरकार ने अब भी मांगें नहीं मानीं तो दो दिन बाद 30 जून से बेमुद्दत हड़ताल शुरू की जाएगी। उल्लेखनीय है कि एसोसिएशन द्वारा जून माह की शुरुआत में मांगों को लेकर सांकेतिक विरोध प्रदर्शन किया जा रहा है। इसके बाद भी राज्य शासन ने ठोस कदम नहीं उठाया। यही वजह है कि एसोसिएशन द्वारा अब हड़ताल का रुख किया जा रहा है। ये हैं मांगें
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नर्सेस एसोसिएशन द्वारा अन्य राज्यों की तरह मप्र में कार्यरत सभी नर्सेस को उच्च स्तरीय वेतनमान ग्रेड-2 देने, पुरानी पेंशन योजना पुनः लागू करने की मांग के साथ ही कोरोना काल में शहीद हुए नर्सिंग स्टाफ के परिजन को अनुकंपा नियुक्ति देने के साथ ही
प्रबंधन का दावा, नहीं हुई दिक्कत, सर्जरी भी हुई
एमवायएच अधीक्षक डॉ. पीएस ठाकुर ने कहा कि सुबह की शिफ्ट में 104 नियमित नर्सिंग स्टाफ और एनएचएम के अंतर्गत संविदा पर पदस्थ 39 नर्सिंग स्टाफ ने काम किया। ओपीडी यथावत चली। सोमवार को 2058 मरीज ओपीडी पहुंचं। इसके साथ ही हड़ताल के बावजूद पहले से तय सर्जरी भी हुई। इसके अलावा 26 मेजर सर्जरी भी की गईं।
एमवायएच अधीक्षक डॉ. पीएस ठाकुर ने कहा कि सुबह की शिफ्ट में 104 नियमित नर्सिंग स्टाफ और एनएचएम के अंतर्गत संविदा पर पदस्थ 39 नर्सिंग स्टाफ ने काम किया। ओपीडी यथावत चली। सोमवार को 2058 मरीज ओपीडी पहुंचं। इसके साथ ही हड़ताल के बावजूद पहले से तय सर्जरी भी हुई। इसके अलावा 26 मेजर सर्जरी भी की गईं।
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