Health News – क्या भारत में अब दिया जाएगा कोरोना वैक्सीन का बूस्टर डोज? सरकार ने बताया

By
sadbhawnapaati
"दैनिक सदभावना पाती" (Dainik Sadbhawna Paati) (भारत सरकार के समाचार पत्रों के पंजीयक – RNI में पंजीकृत, Reg. No. 2013/54381) "दैनिक सदभावना पाती" सिर्फ एक समाचार...
3 Min Read

नई दिल्ली. दुनियाभर में कोरोना के डेल्टा वैरिएंट (Delta Variant) के प्रकोप के बीच भारत में बूस्टर डोज (Booster Dose) को लेकर विचार हो रहा है. नीति आयोग के सदस्य डॉ. वीके पॉल (Dr. VK Paul) ने मंगलवार को कहा कि भारत स्थितियों पर निगाह रखे हुए हैं. उन्होंने कहा कि भारत में बूस्टर डोज की जरूरत पर हाल ही में कोविड टास्क फोर्स के भीतर चर्चा हुई है.

डॉ. पाल ने कहा-हम बूस्टर डोज की जरूरत की वैज्ञानिकता पर विचार कर रहे हैं. विश्व स्वास्थ्य संगठन ने इसे स्थगित करने की अपील की है. सबसे बड़ी बात ये देखनी होगी कि बूस्टर डोज की जरूरत किसे है? कह सकते हैं कि इस मामले पर काम चल रहा है.
WHO ने बूस्टर खुराक दिए जाने को स्थगित करने का आह्वान किया था
बता दें कि हाल ही में विश्व स्वास्थ्य संगठन के प्रमुख ने कोविड-19 टीकों की बूस्टर खुराक दिए जाने को स्थगित करने का आह्वान किया था. संगठन ने ऐसा इसलिए कहा था जिससे उन देशों में लोगों को टीके की पहली खुराक दी जा सके जहां कम लोगों को अब तक टीके लगे हैं. विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के महानिदेशक टेड्रोस अधोनम गेब्रेयेसस ने यह अपील अधिकतर अमीर राष्ट्रों से कि जो टीकाकरण की संख्या के लिहाज से विकासशील देशों से काफी आगे हैं. ग्रेबेयेसस ने कहा कि ऐसे देश कम से कम सितंबर के आखिर तक बूस्टर डोज दिए जाने से बचें.

डब्ल्यूएचओ ने कहा कि ज्यादा आय वाले देशों ने मई में प्रत्येक 100 लोगों में लगभग 50 डोज दिए हैं और जबकि नंबर इसका दोगुना है. वहीं कम आय वाले देशों में आपूर्ति की कमी के चलते यह अनुपात 100 लोगों पर सिर्फ 1.5 खुराक ही हैं.

दुनियाभर को दहला रहा है डेल्टा
इस बीच डेल्टा वैरिएंट के मामले दुनियाभर में बढ़ रहे हैं. अमेरिका में बीते 6 महीने में इस वक्त सबसे ज्यादा लोग अस्पतालों में भर्ती हो रहे हैं. वहीं चीन में मंगलवार को बड़ी संख्या में नए मामले आए हैं. इसके अलावा फ्रांस में भी एकाएक नए मामलों की संख्या बढ़ी है. ऑस्ट्रलिया भी डेल्टा वैरिएंट से जूझ रहा है. मंगलवार को ही भारत के स्वास्थ्य मंत्रालय ने भी बताया है कि देश के 9 राज्यों के 37 जिलों में कोरोना के मामलों में वृद्धि देखी जा रही है. इसमें से 11 जिले केरल राज्य से हैं.

Share This Article
Follow:
"दैनिक सदभावना पाती" (Dainik Sadbhawna Paati) (भारत सरकार के समाचार पत्रों के पंजीयक – RNI में पंजीकृत, Reg. No. 2013/54381) "दैनिक सदभावना पाती" सिर्फ एक समाचार पत्र नहीं, बल्कि समाज की आवाज है। वर्ष 2013 से हम सत्य, निष्पक्षता और निर्भीक पत्रकारिता के सिद्धांतों पर चलते हुए प्रदेश, देश और अंतरराष्ट्रीय स्तर की महत्वपूर्ण खबरें आप तक पहुंचा रहे हैं। हम क्यों अलग हैं? बिना किसी दबाव या पूर्वाग्रह के, हम सत्य की खोज करके शासन-प्रशासन में व्याप्त गड़बड़ियों और भ्रष्टाचार को उजागर करते है, हर वर्ग की समस्याओं को सरकार और प्रशासन तक पहुंचाना, समाज में जागरूकता और सदभावना को बढ़ावा देना हमारा ध्येय है। हम "प्राणियों में सदभावना हो" के सिद्धांत पर चलते हुए, समाज में सच्चाई और जागरूकता का प्रकाश फैलाने के लिए संकल्पित हैं।