MP News – लगातार पेंडिंग शिकायतों की संख्या बढ़ रही लेकिन कोई सुनवाई नहीं, केंद्र तक पहुंची गुहार

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"दैनिक सदभावना पाती" (Dainik Sadbhawna Paati) (भारत सरकार के समाचार पत्रों के पंजीयक – RNI में पंजीकृत, Reg. No. 2013/54381) "दैनिक सदभावना पाती" सिर्फ एक समाचार...
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MP News: मध्य प्रदेश में केंद्र सरकार के पत्र के बावजूद शिकायतों की पेंडिंग लिस्ट अधिकारियों की परेशानी बढ़ा सकती है। मध्य प्रदेश के हर विभाग में शिकायतों का अंबार लगा हुआ है। इसमें से कई ऐसी समस्या है, जो जनता से सीधा जुड़ाव रखती है। हालांकि पेंडिंग शिकायतों को लेकर जनता सीधे तौर पर प्रशासन से गुहार लगा चुकी है। वहीं मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने बीते दिनों कई अफसरों को शिकायतों के अंबार की वजह से निलंबित किया था। फिर भी अफसर मामले में लापरवाह दिख रहे हैं।
कई विभागों में अफसरों की लापरवाही सामने आ चुकी है। वहीं सूत्रों की माने तो मध्य प्रदेश से करीब 90,000 से अधिक शिकायतें दिल्ली के प्रधानमंत्री कार्यालय पहुंची है। जिसके बाद इन शिकायतों के निराकरण के लिए DOPT ने सीएम कार्यालय को पत्र लिखा है। जिसके बाद अफसरों में हड़कंप की स्थिति मच गई है।
मुख्यमंत्री के प्रमुख सचिव मनीष रस्तोगी ने सभी अफसरों और जिला कलेक्टर को पत्र लिखकर जल्द से जल्द पेंडिंग शिकायतों के निराकरण की बात कही है। बता दें कि शिकायतों का अंबार लगा है। उसमें बिजली, पानी, सड़क व शहरी विकास के अलावा अवैध परिवहन, भंडारण, खनन, स्कूल शिक्षा और भ्रष्टाच से जुड़े मामले की अनदेखी की जा रही है। वही शिकायतों है, जिसमें आरक्षण का लाभ नहीं मिले प्रमोशन में देरी सहित कई मामलों में केंद्र सरकार से शिकायत की गई है। वही DoPT द्वारा दिए आदेश में पेंडिंग शिकायतों को खत्म करने में रुचि लेकर काम करने की हिदायत अफसरों को दी गई है।
आंकड़ों की माने तो इंदौर में सबसे ज्यादा शिकायतों की लिस्ट रिकॉर्ड की गई है। इंदौर में 4480 शिकायत पेंडिंग पड़े हैं वही रीवा में 3443, भोपाल 2513, सतना 2362, ग्वालियर 1930, उज्जैन 1880, शिवपुरी 1245, भिंड 1053, विदिशा 1084, देवास 1228 मामले रिकॉर्ड किए गए हैं।
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"दैनिक सदभावना पाती" (Dainik Sadbhawna Paati) (भारत सरकार के समाचार पत्रों के पंजीयक – RNI में पंजीकृत, Reg. No. 2013/54381) "दैनिक सदभावना पाती" सिर्फ एक समाचार पत्र नहीं, बल्कि समाज की आवाज है। वर्ष 2013 से हम सत्य, निष्पक्षता और निर्भीक पत्रकारिता के सिद्धांतों पर चलते हुए प्रदेश, देश और अंतरराष्ट्रीय स्तर की महत्वपूर्ण खबरें आप तक पहुंचा रहे हैं। हम क्यों अलग हैं? बिना किसी दबाव या पूर्वाग्रह के, हम सत्य की खोज करके शासन-प्रशासन में व्याप्त गड़बड़ियों और भ्रष्टाचार को उजागर करते है, हर वर्ग की समस्याओं को सरकार और प्रशासन तक पहुंचाना, समाज में जागरूकता और सदभावना को बढ़ावा देना हमारा ध्येय है। हम "प्राणियों में सदभावना हो" के सिद्धांत पर चलते हुए, समाज में सच्चाई और जागरूकता का प्रकाश फैलाने के लिए संकल्पित हैं।