Health News – कोविड-19 – कोविशील्ड-वैक्सीन की दो डोज के बीच गैप कम कर सकती है सरकार

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जानकारी के मुताबिक, वैक्सीन की दो डोज के बीच के समय को तय करने वाली संस्था इंडियन एसोसिएशन ऑफ प्रिवेंटिव एंड सोशल मेडिसिन (आईएपीएसएम) ने सुझाव दिया है कि मौजूदा समय में कोविशील्ड की दो डोज के बीच के गैप को कम करना चाहिए. आईएपीएसएम के इस सुझाव पर सरकार बहुत गंभीरता से विचार कर रही है और जल्द ही इसपर फैसला भी लेने जा रही है.

क्यों जरूरी है समय कम करना

IAPSM की दलील है कि ऐसा करने से आम लोगों को जल्दी से वैक्सीन की दोनों डोज लगाई जा सकेगी. इससे कोरोना वायरस संक्रमण का खतरा काफी कम हो जाएगा. इसे लेकर आईएपीएसएम ने एक रिपोर्ट भी तैयार की है. जिसके अनुसार जिन लोगों ने दोनों डोज ले ली है उनमें एक डोज लेने वालों की तुलना में संक्रमण का खतरा ज्यादा रहता है.

इस बाबत आईएपीएसएम की अध्यक्ष डॉ सुनीला गर्ग का कहना है कि डेल्टा वेरिएंट की वजह से लोगों को इंफेक्शन बहुत ज्यादा हुआ है. उन्होंने कहा कि वैक्सीन को डोज को लेकर समीक्षा की जरूरत है इस दिशा में केंद्र सरकार इस पर विचार कर रही है.

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"दैनिक सदभावना पाती" (Dainik Sadbhawna Paati) (भारत सरकार के समाचार पत्रों के पंजीयक – RNI में पंजीकृत, Reg. No. 2013/54381) "दैनिक सदभावना पाती" सिर्फ एक समाचार पत्र नहीं, बल्कि समाज की आवाज है। वर्ष 2013 से हम सत्य, निष्पक्षता और निर्भीक पत्रकारिता के सिद्धांतों पर चलते हुए प्रदेश, देश और अंतरराष्ट्रीय स्तर की महत्वपूर्ण खबरें आप तक पहुंचा रहे हैं। हम क्यों अलग हैं? बिना किसी दबाव या पूर्वाग्रह के, हम सत्य की खोज करके शासन-प्रशासन में व्याप्त गड़बड़ियों और भ्रष्टाचार को उजागर करते है, हर वर्ग की समस्याओं को सरकार और प्रशासन तक पहुंचाना, समाज में जागरूकता और सदभावना को बढ़ावा देना हमारा ध्येय है। हम "प्राणियों में सदभावना हो" के सिद्धांत पर चलते हुए, समाज में सच्चाई और जागरूकता का प्रकाश फैलाने के लिए संकल्पित हैं।