28 वर्ष से अधिक उम्र की कुंवारी लड़कियों में डिमेंशिया नामक एक तेजी से बदलाव होता है। जर्नल ऑफ न्यूरोलॉजी, न्यूरोसर्जरी एंड साइकियाट्री में उपलब्ध अध्ययनों के अनुसार कुंवारी लड़कियों में डिमेंशिया की घटनाओं में 42% की वृद्धि हुई है। वहीं, जो लड़कियां अपने पति को जल्दी खो देती हैं और लंबे समय तक अकेले रहती हैं, उन्हें भी यह बीमारी 20% तक अधिक होती है।
इस अध्ययन में 15 अन्य संबंधित अध्ययनों का उपयोग किया गया था। अध्ययन के अनुसार मनोभ्रंश और विवाह के बीच बहुत गहरा संबंध है। अक्सर शादीशुदा जीवन में पार्टनर एक-दूसरे का काफी अच्छे से ख्याल रखते हैं। यह बीमारी अक्सर लड़कियों की सोचने की क्षमता, भूलने की बीमारी, चिड़चिड़े स्वभाव, सोचने की क्षमता और साथ ही मिजाज को प्रभावित करती है। अगर आप इन सभी बीमारियों से बचना चाहते हैं तो कोशिश करें कि 28 साल की उम्र से पहले शादी कर लें।