Education News – ओमिक्रॉन संकट: इस साल भी रद्द हो सकती हैं 10वीं-12वीं की बोर्ड परीक्षाएं

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"दैनिक सदभावना पाती" (Dainik Sadbhawna Paati) (भारत सरकार के समाचार पत्रों के पंजीयक – RNI में पंजीकृत, Reg. No. 2013/54381) "दैनिक सदभावना पाती" सिर्फ एक समाचार...
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बोर्ड कर रहा विकल्प की तैयारी
ओमिक्रॉन संकट के कारण परीक्षा को लेकर अब भी संशय बरकरार है। ऐसे समय में खबर सामने आई है कि बोर्ड द्वारा परीक्षा में भाग लेने वाले सभी छात्रों की जानकारी मांगी गई है।
मध्यप्रदेश बोर्ड ने बोर्ड परीक्षाओं को लेकर डेटशीट जारी कर दी है। लेकिन ओमिक्रॉन संकट के कारण परीक्षा को लेकर अब भी संशय बरकरार है। ऐसे समय में खबर सामने आई है कि बोर्ड द्वारा परीक्षा में भाग लेने वाले सभी छात्रों की जानकारी मांगी है। ऐसा इसलिए किया जा रहा है ताकि छात्रों के लिए एक वैकल्पिक परिणाम भा तैयार किया जा सके। ओमिक्रॉन संकट के ज्यादा बढ़ने की समस्या आने पर स्थिति को संभाला जा सके।
बोर्ड ने दसवीं और बारहवीं कक्षा के छात्रों के त्रैमासिक, अर्धवार्षिक और प्री-बोर्ड परीक्षा के परिणामों को ऑनलाइन पोर्टल पर अपडेट करने के निर्देश जारी किए गए हैं। ऐसा अंदाजा लगाया जा रहा है कि इन्हीं परिणामों के आधार पर ही छात्रों के मुख्य परिणाम जारी किए जा सकते हैं। बोर्ड द्वारा नवीं और दसवीं कक्षा के परिणामों को ऑनलाइन पोर्टल पर अपडेट करने की समय सीमा 31 दिसंबर 2021 रखी गई है। वहीं, ग्यारहवीं और बारहवीं के परिणामों को अपडेट करने के लिए आखिरी तारीख 15 जनवरी 2021 है।
स्कूल भी हो सकते हैं बंद
राज्य में ओमिक्रॉन के संकट के बढ़ने पर सरकार द्वारा स्कूलों को बंद भी किया जा सकता है। कोरोना महामारी के प्रकोप के कारण लंबे समय बाद मध्यप्रदेश में फिर से स्कूलों को वापस से शुरू किया गया है। इससे पहले सरकार ने राज्य में नाईट कर्फ्यू की घोषणा कर दी है। देश भर में अब तक ओमिक्रॉन के मरीजों की संख्या 300 के पार हो गई है।
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"दैनिक सदभावना पाती" (Dainik Sadbhawna Paati) (भारत सरकार के समाचार पत्रों के पंजीयक – RNI में पंजीकृत, Reg. No. 2013/54381) "दैनिक सदभावना पाती" सिर्फ एक समाचार पत्र नहीं, बल्कि समाज की आवाज है। वर्ष 2013 से हम सत्य, निष्पक्षता और निर्भीक पत्रकारिता के सिद्धांतों पर चलते हुए प्रदेश, देश और अंतरराष्ट्रीय स्तर की महत्वपूर्ण खबरें आप तक पहुंचा रहे हैं। हम क्यों अलग हैं? बिना किसी दबाव या पूर्वाग्रह के, हम सत्य की खोज करके शासन-प्रशासन में व्याप्त गड़बड़ियों और भ्रष्टाचार को उजागर करते है, हर वर्ग की समस्याओं को सरकार और प्रशासन तक पहुंचाना, समाज में जागरूकता और सदभावना को बढ़ावा देना हमारा ध्येय है। हम "प्राणियों में सदभावना हो" के सिद्धांत पर चलते हुए, समाज में सच्चाई और जागरूकता का प्रकाश फैलाने के लिए संकल्पित हैं।