5 वर्ष 2021 के मास्टर प्लान में नगर निगम सीमा से लगे 90 गांव शामिल हुए जो 1- 1-2008 को लागू हुआ था। वर्ष 2035 के मास्टर प्लान में 79 गांव को नए सिरे से जोड़ा गया है। नगर निगम व पंचायत सीमा में होने के कारण अभी पंचायत चुनाव की आचार संहिता के चलते मास्टर प्लान का काम आगे ही नहीं बढ़ पाया है।
टीएनसीपी विभाग ने शासन को एक पत्र भेजा जिसमें चुनाव आयोग से मास्टर प्लान के काम को आगे बढ़ाने के लिए अनुमति लेना थी। इसके बावजूद अभी तक शासन की ओर से कोई पत्र नहीं आने से मास्टर प्लान 2035 का पूरा काम ही रुक गया है। पूरे 30 दिन के अंतराल में 79 गांव को जोड़ने के बाद तकरीबन 452 के आसपास आपत्तियों की सुनवाई भी पूरी हो गई और अब मानचित्र को अपडेट करने के साथ ही धारा 15/4 के अंतर्गत राजपत्र प्रकाशन के लिए आयुक्त कार्यालय भोपाल भी भेज दिया है।
पिछले दिनों टीएनसीपी विभाग के आयुक्त मुकेश गुप्ता ने निरीक्षण करने के साथ ही मास्टर प्लान को लेकर एक बैठक भी की थी उसी अनुसार आगे काम हो रहा था जिसमें अब 169 गांव में वर्तमान को स्थिति को लेकर जिसमें आवासीय औद्योगिक और कमर्शियल जमीन के क्षेत्रफल को विकसित करने के लिहाज से हमें पूरी छूट के साथ ही धारा 16 लागू हो जाएगी, लेकिन पंचायत चुनाव की आचार संहिता के चलते एक तरह से देखा जाए तो पूरा काम ही रुक गया है। अभी की स्थिति में 2021 के मास्टर प्लान में शामिल कोनसे प्रपोजल को शामिल करना है या नहीं, इस पर भी अभी विचार नहीं हुआ है। अभी की स्थिति में देखा। जाए तो भोपाल शासन को भेजे गए पत्र जिसमें इस काम को जारी रखने के लिए चुनाव आयोग से अनुमति लेना है, वहां से अनुमति आते ही मास्टर प्लान 2035 पर फिर काम शुरू हो सकता है। फिलहाल मास्टर प्लान पर काम रुका हुआ है।
टीएनसी विभाग के कजेसिंह गवली ने बताया कि हमने शासन को पत्र भेजा है फिर रिमाइंडर करेंगे। अभी पंचायत चुनाव की आचार संहिता के कारण मास्टर प्लान 2035 का काम आगे नहीं बढ़ पा रहा है। हालांकि पंचायत चुनाव लगभग निरस्त हो गए हैं अब आगे क्या होता है देखते हैं।