सुबह हटी, दोपहर और शाम को डटी

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sadbhawnapaati
"दैनिक सदभावना पाती" (Dainik Sadbhawna Paati) (भारत सरकार के समाचार पत्रों के पंजीयक – RNI में पंजीकृत, Reg. No. 2013/54381) "दैनिक सदभावना पाती" सिर्फ एक समाचार...
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इंदौर।  कलेक्टर कार्यालय से कर्बला होकर महूनाका तक फुटपाथी सब्जी मंडी को सुबह तमाम जद्दोजहद के बाद हटाया गया लेकिन दोपहर होते होते ये फिर डट गए।
कलेक्टर की नाक के नीचे से लेकर महूनाका चौराहे तक करीब चार सौ फुटपाथी दुकानदार सड़क घेरे रहते हैं। इन्हें हटाने की मुहिम चलती है लेकिन ये फिर आकर डट जाते हैं।
संवाद नगर नौलखा चौराहे के पास इनके लिए हाकर्स झोन की व्यवस्था की गई है लेकिन ये हैं कि हटने का नाम ही नहीं लेते। यही हालत इतवारिया, जूना राजमोहल्ला सब्जी मंडी की है।
इन्हें इतवारिया हाट मैदान में जगह दी गई। ओटलों का अलॉटमेंट किया गया लेकिन ये दो दिन बाद वापस पुरानी जगह पर आकर डट गए।

गोपाल मंदिर राजवाड़ा 

गोपाल मंदिर राजवाड़ा इमामबाडा सहित शहर के मध्य क्षेत्र में नंदलाल पुरा में यही हालत है। यहां भी सारा कारोबार सड़क फुटपाथ पर ही चलता है।
नगर निगम ने खूब माथापच्ची कर ली लेकिन इन्हें नहीं हटाया जा सका। नई नई जगह फल सब्जी मंडी लगा लेना इंदौर का शगल बन गया है।
कालानी नगर मेनरोड से लेकर गलियों 60 फुट रोड एयरपोर्ट गांधी नगर से गोम्मटगिरी तक, छोटा बांगड़दा रोड पर फुटपाथी दुकानदारों से ज्यादा ढाबे वालों के कब्जे हो गए हैं।
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"दैनिक सदभावना पाती" (Dainik Sadbhawna Paati) (भारत सरकार के समाचार पत्रों के पंजीयक – RNI में पंजीकृत, Reg. No. 2013/54381) "दैनिक सदभावना पाती" सिर्फ एक समाचार पत्र नहीं, बल्कि समाज की आवाज है। वर्ष 2013 से हम सत्य, निष्पक्षता और निर्भीक पत्रकारिता के सिद्धांतों पर चलते हुए प्रदेश, देश और अंतरराष्ट्रीय स्तर की महत्वपूर्ण खबरें आप तक पहुंचा रहे हैं। हम क्यों अलग हैं? बिना किसी दबाव या पूर्वाग्रह के, हम सत्य की खोज करके शासन-प्रशासन में व्याप्त गड़बड़ियों और भ्रष्टाचार को उजागर करते है, हर वर्ग की समस्याओं को सरकार और प्रशासन तक पहुंचाना, समाज में जागरूकता और सदभावना को बढ़ावा देना हमारा ध्येय है। हम "प्राणियों में सदभावना हो" के सिद्धांत पर चलते हुए, समाज में सच्चाई और जागरूकता का प्रकाश फैलाने के लिए संकल्पित हैं।