देश. केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने आज भारत में होने वाली सड़क दुर्घटनाओं पर चिंता जताई और कहा कि सड़क दुर्घटनाओं में मरने वालों की संख्या के मामले में भारत दुनिया में सबसे ऊपर है। गडकरी ने राज्यसभा में एक प्रश्न के लिखित उत्तर में कहा कि सड़क हादसों में मारे गए लोगों की संख्या में भारत पहले नंबर पर है और घायलों की संख्या में तीसरे नंबर पर है।
2 लाख मिलेगा मुआवजा
सड़क मंत्रालय ने सड़क दुर्घटना के पीड़ितों को एक योजना के तहत अधिक मुआवजा देने के लिए एक स्थाई समिति का गठन किया है। इस समिति का गठन ‘हिट एंड रन’ मोटर दुर्घटना योजना 2022 के तहत किया गया था।
सड़क एवं परिवहन मंत्रालय की ओर से जारी एक ज्ञापन के अनुसार, मंत्रालय में संयुक्त सचिव अमित वरदन को समिति का अध्यक्ष नियुक्त किया गया है। वित्त मंत्रालय के दो और संयुक्त सचिवों- सौरभ मिश्रा और अमित सिंह नेगी को भी स्थाई समिति का सदस्य नामित किया गया है।
जानकारी के मुताबिक सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय ने ऐसे मामलों में गंभीर रूप से घायल व्यक्ति को दिए जाने वाले मुआवजे की राशि को 12,500 रुपये से बढ़ाकर 50 हजार रुपये कर दी है। इसके साथ ही मौत के मामले में राशी 25 हजार रुपये से बढ़ाकर 2 लाख रुपये कर दी गई है।
मंत्री नितिन गडकरी ने कहा कि दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे के तीन खंड यानी दिल्ली-दौसा-लालसोत (जयपुर) (214 किमी), वडोदरा-अंकलेश्वर (100 किमी) और कोटा-रतलाम- झाबुआ (245 किमी) को 23 मार्च तक पूरा करने की योजना है.
एक अन्य प्रश्न के उत्तर में मंत्री ने कहा कि वाहन उपयोगकर्ताओं को वाहन पंजीकरण संख्या/चेसिस संख्या के आधार पर फास्टैग जारी किया जाता है. गडकरी ने कहा कि 30 मार्च, 2022 तक, विभिन्न बैंकों द्वारा जारी किए गए फास्टैग की कुल संख्या 4,95,20,949 थी और राष्ट्रीय राजमार्गों पर शुल्क प्लाजा पर फास्टैग की पहुंच लगभग 96.5 प्रतिशत थी.