मप्र के सागर में 41 डिग्री में 40 दिनों से आंगनबाड़ी कार्यकर्ता आंदोलन कर रही, एक मौत के बाद आज फिर महिलाएं उग्र

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मध्य प्रदेश में इन दिनों आसमान से सूर्यदेव आग उगल रहे हैं और इस भीषण गर्मी में सागर में आंगनबाड़ी कार्यकर्ता 40 दिनों से आंदोलन कर रही हैं। गुरुवार को आंदोलनरत एक महिला ने दम तोड़ दिया तो आज आंगनबाड़ी कार्यकर्ता और सहायिकाओं ने नाराजगी स्वरूप हंगामा मचा दिया। अब आंदोलनकारियों के समर्थन में दूसरे जिलों से भी आंगनबाड़ी कार्यकर्ता और सहायिकाओं ने सागर जाने का फैसला किया है।

आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं और सहायिकाएं शासकीय सेवक घोषित किए जाने तथा अन्य मांगो को लेकर करीब 40 दिनों से सागर में आंदोलन कर रही हैं। आंगनबाड़ी कार्यकर्ता और सहायिकाओं में से एक आंदोलनकारी शहनाज बानो बीमार हो गई तो उसे बुंदेलखंड मेडिकल कॉलेज में इलाज के लिए ले जाया गया। वहां रात को उसकी मौत हो गई। शहनाज बानो की मौत के बाद आंदोलन कर रही आंगनबाड़ी कार्यकर्ता व सहायिकाओं का गुस्सा सातवें आसमान पर चढ़ गया। साथी आंदोलनकारी महिला की मौत के बाद आंदोलनकारी आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं में जमकर नाराजगी है और उन्होंने आंदोलनस्थल पर प्रदर्शन शुरू कर दिया। मृतक कार्यकर्ता के परिजन को नौकरी और पांच लाख आर्थिक सहायता की मांग की गई है।

प्रशासन का तर्क
गर्मी की वजह से आंदोलन कर रही आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं और सहायिकाओं से चर्चा की जा रही है और आंदोलन खत्म करने की अपील की गई है। कलेक्टर दीपक आर्य ने कहा कि आंदोलनकारियों को बताया गया था कि उनकी मांगों के संबंध में राज्य शासन को बता दिया गया है और शासनस्तर पर मांगों पर विचार चल रहा है। आर्य ने कहा कि आंदोलनरत महिला कार्यकर्ता को शासकीय प्रावधानों के मुताबिक आर्थिक सहायता दी जाएगी। कलेक्टर का कहना है कि आंदोलन में दूसरे जिलों की आंगनबाड़ी कार्यकर्ता और सहायिकाओं के आने की अभी तक सूचना नहीं है।

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"दैनिक सदभावना पाती" (Dainik Sadbhawna Paati) (भारत सरकार के समाचार पत्रों के पंजीयक – RNI में पंजीकृत, Reg. No. 2013/54381) "दैनिक सदभावना पाती" सिर्फ एक समाचार पत्र नहीं, बल्कि समाज की आवाज है। वर्ष 2013 से हम सत्य, निष्पक्षता और निर्भीक पत्रकारिता के सिद्धांतों पर चलते हुए प्रदेश, देश और अंतरराष्ट्रीय स्तर की महत्वपूर्ण खबरें आप तक पहुंचा रहे हैं। हम क्यों अलग हैं? बिना किसी दबाव या पूर्वाग्रह के, हम सत्य की खोज करके शासन-प्रशासन में व्याप्त गड़बड़ियों और भ्रष्टाचार को उजागर करते है, हर वर्ग की समस्याओं को सरकार और प्रशासन तक पहुंचाना, समाज में जागरूकता और सदभावना को बढ़ावा देना हमारा ध्येय है। हम "प्राणियों में सदभावना हो" के सिद्धांत पर चलते हुए, समाज में सच्चाई और जागरूकता का प्रकाश फैलाने के लिए संकल्पित हैं।