राष्ट्रीय पात्रता सह प्रवेश परीक्षा स्नातकोत्तर यानी नीट पीजी, 2022 को स्थगित करने की मांग कर रहे हैं। हाल ही में फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया मेडिकल एसोसिएशन ने केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया को पत्र लिखकर इस परीक्षा की तारीख को आगे बढ़ाने की मांग की थी।
हालांकि, ऐसी जानकारी सामने आई है कि स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से ऐसी किसी भी मांग को माना नहीं जाएगा। परीक्षा का आयोजन अपने तय शेड्यूल के मुताबिक ही होगा।
जानकारी के मुताबिक यह फैसला केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री की उपस्थिति में हुई एक बैठक में लिया गया है। हालांकि, ऐसी कोई आधिकारिक सूचना अब तक जारी नहीं की गई है।
किसी भी जानकारी के लिए उम्मीदवार एनबीई की आधिकारिक वेबसाइट पर नजर बनाकर रखें।
पत्र लिख परीक्षा स्थगित करने की मांग
डॉक्टर्स एसोसिएशन और छात्रों ने राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, पीएम नरेंद्र मोदी और केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया को पत्र लिख कर नीट पीजी की तारीख को आगे बढ़ाने की मांग की थी।
इसके पीछे का कारण नीट पीजी काउंसलिंग, 2021 में हुई देरी को बताया गया था। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को लिखे एक अन्य पत्र में डॉक्टर्स एसोसिएशन ने लिखा कि अगर नीट पीजी 2022 की परीक्षा 21 मई को होगी तो डॉक्टरों के पास अपनी मेडिकल डिग्री राष्ट्रपति को सौंपने के अलावा कोई विकल्प नहीं है।
साल 2021 की काउंसलिंग में हुई थी देरी
डॉक्टरों का कहना है कि पिछले साल की काउंसलिंग में देरी के कारण उनके पास परीक्षा के आगामी सत्र की तैयारी के लिए पर्याप्त समय नहीं है। एसोसिएशन ने कहा है कि मेडिकल काउंसलिंग कमेटी (एमसीसी) ने 30 अप्रैल को नीट पीजी काउंसलिंग की प्रोविजनल स्ट्रे वैकेंसी को ‘null and void’ घोषित कर दिया था।
इसके परिणाम 2 मई, 2022 को जारी किए गए। इसके बाद विभिन्न राज्य मॉप-अप राउंड शुरू करेंगे। सभी उम्मीदवारों को काउंसलिंग प्रक्रिया में भाग लेने और NEET PG 2022 की तैयारी के लिए उचित समय मिलना चाहिए।