श्रीमद् भागवत कथा में मना श्री कृष्ण जन्मोत्सव, नंद के घर आनंद भयो.. जय कन्हैया लाल की… की गूंज से गूंजा परिसर, सैकड़ो महिलाएं भजनों पर थिरकी
इंदौर। प्रत्येक मनुष्य में परमात्मा का वास होता है,भारतीय संस्कृति में प्रत्येक दिन माता पिता को चरण स्पर्श किया जाता है,संस्कृति का पालन जरूर करना चाहिए,प्रत्येक दिन मित्राचार है,हर दिन तुलसी पूजन करना चाहिए, जो जीवन में धर्म संस्कृति से कट जाता है उसका कभी कल्याण नहीं होता है, अपने बच्चों को अच्छे संस्कार दें,उन्हे संस्कारित करें, सत्संग में अपने बच्चों को जरूर लेकर जाएं, जो अपने कुल,शास्त्रों से दूर हो रहे उन्हे इन सभी की जानकारी होना ही चाहिए,भगवान के दर्शन करने मात्र से ही मनुष्य का जीवन सफल हो जाता है,दिव्य संदेशों को जीवन में अवश्य धारण करना चाहिए,जो व्यक्ति मन माना आचरण करता है उसका जीवन अंधकार हो जाता है,उसके दुष्यपरिणाम भुगतना पड़ते है,हर मनुष्य को सबसे अच्छा व्यवहार करना चाहिए किसी से भी दुर्व्यवहार नही करना चाहिए,सोच समझकर वाणी का प्रयोग करना चाहिए,शब्द ही पीड़ा है शब्द ही खुशी देने वाला है। यह बातें सोमवार को साध्वी श्री कृष्णानंद ने तीन इमली बस स्टैंड के पीछे स्थित मैदान पर आयोजित सात दिवसीय श्रीमद् भागवत कथा के चौथे दिन श्रीकृष्ण जन्मोत्सव के अवसर पर कहीं। उन्होंने कहा कि जीवन में भक्तो को कृष्ण मय हो जाना चाहिए। आयोजन प्रमुख विधायक आकाश विजयवर्गीय ने बताया कि कथा में सोमवार को श्रीकृष्ण जन्मोत्सव धूमधाम से मनाया गया।