अयोध्या के बाद मथुरा-काशी में भी बने भव्य मंदिर – उमा भारती

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sadbhawnapaati
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अयोध्या के राम मंदिर के बाद अब काशी-मथुरा में भव्य मंदिर बनाए जाने की मांग मध्य प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती ने उठाई है। ओबीसी वर्ग की भाजपा नेता सुप्रीम कोर्ट के मध्य प्रदेश के नगरीय निकाय और पंचायत चुनाव बिना ओबीसी आरक्षण कराने के फैसले के बाद से अब तक चुप हैं लेकिन उन्होंने काशी-मथुरा के मामलों में चुप्पी तोड़ी है।
भारती ने कहा कि अयोध्या में तो जमीन के अंदर सबूत थे लेकिन काशी-मथुरा में तो प्रमाण ऊपर ही दिखाई देते हैं।

पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती ने ट्वीट कर कहा है कि अयोध्या का राम मंदिर बनना शुरू हो गया है। अब काशी-मथुरा शेष रह गए हैं। अयोध्या में राम मंदिर के सबूत जमीन के अंदर दबे हुए थे इसलिए बड़ा आंदोलन हुआ था।

भारती ने कहा कि इस कारण ढांचा गिराकर खुदाई हुई। तब जमीन के नीचे मंदिर के प्रमाण मिले। उन्होंने उम्मीद जताई है कि भगवान की कृपा रही तो बिना विवाद और तनाव के दोनों स्थानों का मसला सुलझ सकता है।
काशी-मथुरा में प्रमाण दिखते हैं
भारती ने काशी और मथुरा में स्पष्ट तौर पर दिखाई देता है। दोनों स्थानों पर हिंदू आस्था के केंद्र विश्वनाथ ज्योतिर्लिंग और श्रीकृष्ण की जन्मभूमि के पूजा के स्थान वहां पर थे। यह साफ दिखता है।
भारती ने कहा कि आने वाली पीढ़ियां शांति, सद्भाव और एकात्मता के साथ भारत की विकास यात्रा को आगे बढ़ा सकें, इसके लिए दोनों स्थानों पर भगवान शिव व श्रीकृष्ण के भव्य मंदिर बनाए जाने का रास्ता निकालना चाहिए।
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"दैनिक सदभावना पाती" (Dainik Sadbhawna Paati) (भारत सरकार के समाचार पत्रों के पंजीयक – RNI में पंजीकृत, Reg. No. 2013/54381) "दैनिक सदभावना पाती" सिर्फ एक समाचार पत्र नहीं, बल्कि समाज की आवाज है। वर्ष 2013 से हम सत्य, निष्पक्षता और निर्भीक पत्रकारिता के सिद्धांतों पर चलते हुए प्रदेश, देश और अंतरराष्ट्रीय स्तर की महत्वपूर्ण खबरें आप तक पहुंचा रहे हैं। हम क्यों अलग हैं? बिना किसी दबाव या पूर्वाग्रह के, हम सत्य की खोज करके शासन-प्रशासन में व्याप्त गड़बड़ियों और भ्रष्टाचार को उजागर करते है, हर वर्ग की समस्याओं को सरकार और प्रशासन तक पहुंचाना, समाज में जागरूकता और सदभावना को बढ़ावा देना हमारा ध्येय है। हम "प्राणियों में सदभावना हो" के सिद्धांत पर चलते हुए, समाज में सच्चाई और जागरूकता का प्रकाश फैलाने के लिए संकल्पित हैं।